राजधानी दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras) में मंगलवार को एक बड़ा हादसा हो गया. हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को प्रवचनकर्ता भोले बाबा के दर्शन के लिए अनुयायियों में लगी होड़ के कारण हुए भगदड़ में अब तक 116 लोगों की मौत हो गयी है. वहीं सैकड़ों अन्य घायल हो गए. राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. राज्य सरकार के तीन मंत्री घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को फोन कर हालात का जायजा लिया है. साथ ही पीड़ितों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान भी सरकार के द्वारा किया गया है.
कीचड़ व फिसलन भरी जमीन के कारण हुआ हादसा
जिला अधिकारी (DM) आशीष कुमार ने बताया कि अत्यधिक उमस के कारण ये हादसा हुआ है. वहीं प्रत्यक्षदर्शी सोनू कुमार ने ‘पीटीआई वीडियो' को बताया, ‘‘पानी की टंकियों और बारिश के पानी ने आस-पास की नालियों को भर दिया था, जिससे सतह फिसलन भरी हो गई थी.'' सोनू ने बताया कि ''जब गुरु जी लगभग डेढ़ घंटे बाद वहां से निकले, तो भक्त अचानक उनके पीछे उनके पैर छूने के लिए दौड़े. जैसे ही उनकी कार वहां से निकली, भक्तों को जमीन पर झुकते देखा जा सकता था.'' सोनू कुमार ने बताया कि, ‘‘इसके बाद जब लोग वापस लौटे तो अचानक फिसलन भरी जमीन के कारण वे एक-दूसरे पर गिर पड़े.'' उन्होंने बताया कि वहां कम से कम 10,000 लोगों की भीड़ थी.
प्रशासन का दावा पुलिस की थी उचित व्यवस्था
आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अनुपम कुलश्रेष्ठ ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'प्रवचन चल रहा था, जिसमें ज्यादातर महिलाएं प्रवचन सुनने गई थीं. जब प्रवचन समाप्त हुआ, तो अचानक भीड़ लग गई, महिलाओं को घुटन महसूस हुई, उसके बाद इस घटना के बारे में पता चला.'' एडीजी ने कहा “यह बहुत ही दर्दनाक हादसा है, हमारी प्राथमिकता उन लोगों को उपचार उपलब्ध कराना है जो घायल हुए हैं, और हम मृतक श्रद्धालुओं की औपचारिकताएं जल्द से जल्द पूरी करने की कोशिश कर रहे हैं.” उन्होंने कहा “हम सभी मृतकों की पहचान कर रहे हैं और उनकी तस्वीरें ले रहे हैं, ताकि हम उनके शवों को उनके परिवारों को सौंप सकें.' उन्होंने यह भी कहा कि कार्यक्रम की अनुमति एसडीएम ने दी थी और वहां उचित पुलिस व्यवस्था थी. उन्होंने कहा कि करीब 40 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे.
रेस्क्यू ऑपरेशन तेज, NDRF व मेडिकल टीम घटनास्थल पर तैनात
कौन है भोले बाबा, जिसके सत्संग में हुई दर्दनाक घटना
आखिर कौन है भोले बाबा, जिसके सत्संग में इतना बड़ा हादसा हो गया. विश्व हरि भोले बाबा को अनुयायी भोले बाबा के नाम से पुकारते हैं. इनका विवादों से पुराना नाता रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कासगंज जिले के पटियाली स्थित बहादुर नगर के रहने वाले साकार विश्व हरि भोले बाबा ने 17 साल पहले पुलिस विभाग से नौकरी छोड़कर सत्संग शुरू किया था. भोले बाबा के अनुयायी उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान और मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में हैं.
#HathrasStampede: ये कार्यक्रम के पोस्टर हैं जो आस पास के इलाक़ों में लगाये गये थे.#Hathras pic.twitter.com/5d1y21PPY0
— NDTV India (@ndtvindia) July 2, 2024
अमित शाह, राजनाथ सिंह, राहुल गांधी, खरगे ने जताया हादसे पर दुख
अमित शाह, राजनाथ सिंह, मायावती, राहुल गांधी, खरगे और प्रियंका गांधी ने हाथरस हादसे पर दुख जताया है.अमित शाह ने भी हाथरस हादसे पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर कहा, "उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुखद हादसे से मन अत्यंत व्यथित है. इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. राजनाथ सिंह ने इस घटना के संबंध में कहा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुआ हादसा अत्यंत पीड़ादायक है। इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.
सीएम योगी ने तीन मंत्रियों को भेजा घटनास्थल पर
सीएम योगी ने अपने एक्स हैंडल पर कहा, “जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ है. संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जी, संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है. एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.“
महिलाओं ने सुनायी घटना की दर्दनाक कहानी
सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची एक महिला ने बताया, “हम कई लोगें के साथ एक गाड़ी में सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे. लेकिन अब हमें पता नहीं है कि कुल कितने थे, लेकिन मैं एक बात कह सकती हूं कि हमारे साथ कई लोग थे. सभी एक-दूसरे पर चढ़ रहे थे. एक दूसरे को धक्का दे रहे थे, जिसमें कई लोग दब गए. सत्संग समाप्त होने के बाद जब हम जा रहे थे, तभी लोग एक दूसरे को धक्का देने लगे. एक-दूसरे को कुचलने लगे.“
वहीं, सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची ज्योति नाम की युवती ने भी वहां की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा, “हम कई लोगों के साथ सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे. वहां बहुत सारे लोग थे. शुरू में तो सब कुछ ठीक ही था, लेकिन सत्संग समाप्त होने के बाद सभी लोग एक दूसरे पर चढ़ गए. पता ही नहीं चला कि ये सब कैसे हो गया. हमें बाहर निकलने की जगह ही नहीं मिल पा रही थी. सत्संग में कई लोग शामिल थे, जिसमें कइयों की मौत हो चुकी है.“
हाथरस हादसे की प्रमुख बातें
- जीटी रोड के किनारे डेढ़ सौ बीघा क्षेत्रफल में साकार विश्व हरि भोले बाबा के सत्संग का आयोजन हुआ था.
- कीचड़ व फिसलन भरी जमीन के कारण भक्त एक के ऊपर एक गिरते चले गए और यह बड़ा हादसा हो गया.
- विश्व हरि भोले बाबा को अनुयायी भोले बाबा के नाम से पुकारते हैं. इनका विवादों से पुराना नाता रहा है.
- प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, राहुल गांधी, खरगे ने जताया हादसे पर जताया दुख.
अस्पताल की अव्यवस्था से नाराज हुए लोग
सत्संग में हिस्सा लेने वाले लोगों ने अस्पताल की अव्यवस्था पर भी आक्रोश जताया है. लोगों का कहना है कि अस्पताल परिसर में लाशों का ढेर पड़ा हुआ है, लेकिन एक भी डॉक्टर किसी का भी उपचार करने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं. अस्पताल में महज एक ही डॉक्टर है. लोगों ने अपना रोष जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही की वजह से यह सब कुछ हआ. कल रात से ही रोड पर जाम लगा हुआ था. पुलिस ने वो जाम खुलवा दिया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ. लोगों ने कहा कि अस्पताल में लाशों का ढेर लग चुका है, लेकिन अस्पताल में एक ही डॉक्टर है.
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