चंडीगढ़:
भारत के लिए ओलिंपिक में पहली बार मेडल जीतने वाले बॉक्सर विजेंदर सिंह ड्रग्स लेने के आरोपों से घिरते जा रहे हैं। विजेंदर के डोप टेस्ट पर अब खेल मंत्रालय और नाडा जहां आमने-सामने आ गए हैं, वहीं, सूत्रों का कहना है कि पंजाब पुलिस ने कोर्ट के माध्यम से इस खिलाड़ी के बाल और खून के सैंपल लेने का मन बना लिया है। इस बात के लिए पुलिस कोर्ट में एक अपील दायर करेगी।
बता दें कि पिछले माह जब पंजाब पुलिस की जांच में यह बात सामने आई थी कि बॉक्सर विजेंदर ने ड्रग्स का सेवन किया है तब विजेंदर ने अपने खून और बाल का नमूना देने से मना कर दिया था।
सोमवार को खेल मंत्रालय ने नाडा से विजेंदर का डोप टेस्ट करने को कहा था लेकिन नाडा का कहना है कि वह अपने नियमों के हिसाब से काम करेंगे। नाडा का यह भी कहना है कि वह खेल मंत्रालय की बात मानने को मजबूर नहीं है।
खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय डोपिंग निरोधी एजेंसी (नाडा) को सोमवार को मुक्केबाज विजेंदर सिंह का डोप टेस्ट लेने का निर्देश दिया था। नाडा ने कहा है कि विजेंदर का डोप टेस्ट करना उसकी कोई मजबूरी नहीं है। इस मामले में वह अपने प्रोटोकॉल का पालन करेगा।
बीजिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर पर शौकिया तौर पर ड्रग्स लेने का आरोप है।
नाडा के महानिदेशक को भेजे गए संदेश में मंत्रालय ने कहा कि मीडिया में विजेंदर के ड्रग्स लेने के बारे में बातें सामने आ रही हैं।
मंत्रालय द्वारा जारी वक्तव्य में कहा, "खेल के रोल मॉडल के बारे में इस तरह के तथ्य सामने आना उनकी छवि के साथ-साथ देश के अन्य खिलाड़ियों को भी प्रभावित करता है। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि नाडा विजेंदर सिंह का डोप टेस्ट ले। मंत्रालय ने कहा है कि नाडा जल्द से जल्द इस संबंध में कार्रवाई करे।"
रविवार को पंजाब पुलिस ने कहा कि दिसंबर 2012 से लेकर फरवरी 2013 तक विजेंदर ने 12 बार और उनके सहयोगी राम सिंह ने पांच बार ड्रग्स का सेवन किया था।
विजेंदर के बारे में पुलिस प्रवक्ता ने कहा, "जांच मे सामने आया है कि विजेंदर और राम सिंह ने कनाडा में रहने वाले तस्कर अनूप सिंह काहलो और रॉकी से ड्रग्स ली और दिसंबर 2012 से लेकर फरवरी 2013 तक विजेंदर ने 12 बार और उनके सहयोगी राम सिंह ने पांच बार ड्रग्स का सेवन किया।"
बता दें कि पिछले माह जब पंजाब पुलिस की जांच में यह बात सामने आई थी कि बॉक्सर विजेंदर ने ड्रग्स का सेवन किया है तब विजेंदर ने अपने खून और बाल का नमूना देने से मना कर दिया था।
सोमवार को खेल मंत्रालय ने नाडा से विजेंदर का डोप टेस्ट करने को कहा था लेकिन नाडा का कहना है कि वह अपने नियमों के हिसाब से काम करेंगे। नाडा का यह भी कहना है कि वह खेल मंत्रालय की बात मानने को मजबूर नहीं है।
खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय डोपिंग निरोधी एजेंसी (नाडा) को सोमवार को मुक्केबाज विजेंदर सिंह का डोप टेस्ट लेने का निर्देश दिया था। नाडा ने कहा है कि विजेंदर का डोप टेस्ट करना उसकी कोई मजबूरी नहीं है। इस मामले में वह अपने प्रोटोकॉल का पालन करेगा।
बीजिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर पर शौकिया तौर पर ड्रग्स लेने का आरोप है।
नाडा के महानिदेशक को भेजे गए संदेश में मंत्रालय ने कहा कि मीडिया में विजेंदर के ड्रग्स लेने के बारे में बातें सामने आ रही हैं।
मंत्रालय द्वारा जारी वक्तव्य में कहा, "खेल के रोल मॉडल के बारे में इस तरह के तथ्य सामने आना उनकी छवि के साथ-साथ देश के अन्य खिलाड़ियों को भी प्रभावित करता है। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि नाडा विजेंदर सिंह का डोप टेस्ट ले। मंत्रालय ने कहा है कि नाडा जल्द से जल्द इस संबंध में कार्रवाई करे।"
रविवार को पंजाब पुलिस ने कहा कि दिसंबर 2012 से लेकर फरवरी 2013 तक विजेंदर ने 12 बार और उनके सहयोगी राम सिंह ने पांच बार ड्रग्स का सेवन किया था।
विजेंदर के बारे में पुलिस प्रवक्ता ने कहा, "जांच मे सामने आया है कि विजेंदर और राम सिंह ने कनाडा में रहने वाले तस्कर अनूप सिंह काहलो और रॉकी से ड्रग्स ली और दिसंबर 2012 से लेकर फरवरी 2013 तक विजेंदर ने 12 बार और उनके सहयोगी राम सिंह ने पांच बार ड्रग्स का सेवन किया।"
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