अंतरराष्ट्रीय हाकी महासंघ ने कहा है कि लंदन ओलिंपिक खेलों की हाकी स्पर्धा में हिस्सा ले रही टीमें प्रत्येक मैच के दौरान एक बार मैदानी अंपायरों के जरिये वीडियो रैफरल ले पाएंगी।
                                            
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                                                                                मुंबई: 
                                        अंतरराष्ट्रीय हाकी महासंघ (एफआईएच) ने कहा है कि लंदन ओलिंपिक खेलों की हाकी स्पर्धा में हिस्सा ले रही टीमें प्रत्येक मैच के दौरान एक बार मैदानी अंपायरों के जरिये वीडियो रैफरल ले पाएंगी।
एफआईएच वेबसाइट के मुताबिक, ‘‘बीजिंग (2008 खेलों के मेजबान) से ही टीमों के रैफरल मांगने के आग्रह की संभावना को शामिल कर लिया गया था और लंदन में पहली बार ओलिंपिक में इसका इस्तेमाल किया जाएगा। प्रत्येक टीम को एक रैफरल लेने की स्वीकृति होगी जो मैच अंपायर के जरिये लिया जाएगा। यह मैदान के दौरान कभी भी लिया जा सकता है, क्लासीफिकेशन मैचों में अतिरिक्त समय के दौरान भी लेकिन शूट आउट के दौरान नहीं। शूट आउट के दौरान केवल अंपायर के रैफरल की स्वीकृति होगी।’’
इसमें कहा गया, ‘‘टीम रैफरल उन्हीं फैसले के लिए सीमित किया गया है जो गोलमुख के 23 मीटर के दायरे के भीतर गोल, पेनल्टी स्ट्रोक और पेनल्टी कार्नर से संबंधित होंगे।’’ वेबसाइट की मुताबिक बीजिंग खेलों की तरह ही अंपायर भी रैफरल मांग सकेंगे और मुख्य पिच पर होने वाले सभी पुरुष और महिला मैचों के दौरान वीडियो अंपायर तैनात होगा।
                                                                        
                                    
                                एफआईएच वेबसाइट के मुताबिक, ‘‘बीजिंग (2008 खेलों के मेजबान) से ही टीमों के रैफरल मांगने के आग्रह की संभावना को शामिल कर लिया गया था और लंदन में पहली बार ओलिंपिक में इसका इस्तेमाल किया जाएगा। प्रत्येक टीम को एक रैफरल लेने की स्वीकृति होगी जो मैच अंपायर के जरिये लिया जाएगा। यह मैदान के दौरान कभी भी लिया जा सकता है, क्लासीफिकेशन मैचों में अतिरिक्त समय के दौरान भी लेकिन शूट आउट के दौरान नहीं। शूट आउट के दौरान केवल अंपायर के रैफरल की स्वीकृति होगी।’’
इसमें कहा गया, ‘‘टीम रैफरल उन्हीं फैसले के लिए सीमित किया गया है जो गोलमुख के 23 मीटर के दायरे के भीतर गोल, पेनल्टी स्ट्रोक और पेनल्टी कार्नर से संबंधित होंगे।’’ वेबसाइट की मुताबिक बीजिंग खेलों की तरह ही अंपायर भी रैफरल मांग सकेंगे और मुख्य पिच पर होने वाले सभी पुरुष और महिला मैचों के दौरान वीडियो अंपायर तैनात होगा।
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