 
                                            - दिल्ली एनसीआर में शुक्रवार को औसत एक्यूआई स्तर 288 रिकॉर्ड किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है
- वजीरपुर और बवाना क्षेत्रों में एक्यूआई स्तर क्रमशः 366 और 363 के साथ सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज हुआ
- मौसम विभाग ने पूरे सप्ताह सुबह और शाम धुंध छाए रहने की संभावना जताई है, प्रदूषक कण सतह के पास जमा हो रहे हैं
दिल्ली एनसीआर में बढ़ा प्रदूषण का स्तर लोगों की सेहत बिगाड़ रहा है. धुंध की चादर शुक्रवार को भी दिल्ली-एनसीआर में दिखाई दे रही है. दिल्ली का औसत एक्यूआई लेवल शुक्रवार को भी 288 बना हुआ है. गुरुवार के एक्यूआई लेवल (373) की तुलना में यह कुछ बेहतर है, लेकिन एक्यूआई का यह स्तर भी लोगों की सेहत के लिए खराब है. दिल्ली में सबसे ज्यादा खराब हवा वजीरपुर की है, जहां का एक्यूआई लेवल सुबह 6 बजे 366 दर्ज किया गया. इधर, बवाना का एक्यूआई लेवल 363 दर्ज किया गया. दिल्ली के आनंद विहार का एक्यूआई लेवल भी 300 से ऊपर बना हुआ है. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले समय में प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है.
| स्थान | AQI लेवल (सुबह 6 बजे) | 
| अलीपुर | 323 | 
| आनंद विहार | 305 | 
| अशोक विहार | 343 | 
| आया नगर | 261 | 
| बवाना | 363 | 
| बुरारी क्रॉसिंग | 275 | 
| चांदनी चौक | 203 | 
| सीआरआरआई मथुरा रोड | 221 | 
| डॉ. करनी सिंह शूटिंग रेंज | 282 | 
| डीटीयू दिल्ली | 226 | 
| द्वारका सेक्टर-8 | 305 | 
| आईजीआई एयरपोर्ट (T-3) | 234 | 
| दिलशाद गार्डन | 307 | 
| आईटीओ चौक | 302 | 
| जहांगीर पुरी | 331 | 
| जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम | 280 | 
| लोधी रोड - IITM | 215 | 
| लोधी रोड - IMD | 240 | 
| मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम | 230 | 
| मंदिर मार्ग | 268 | 
| मुंडका | 331 | 
| नजफगढ़ | 322 | 
| नरेला | 331 | 
| नेहरू नगर | 295 | 
| नॉर्थ कैंपस | 247 | 
| एनएसआईटी द्वारा | 254 | 
| ओखला फेस-2 | 277 | 
| पड़पड़गंज | 280 | 
| पंजाबी बाग | 312 | 
| पूजा- DPCC | 312 | 
| पूजा - IMD | 251 | 
| आरकेपुरम | 325 | 
| रोहिणी | 341 | 
| शादीपुर | 319 | 
| सिरीफोर्ट | 336 | 
| सोनिया विहार | 315 | 
| श्री अरबिंदो मार्ग | 184 | 
| विवेक विहार | 309 | 
| वजीरपुर | 366 | 
दिल्ली की हवा में कहां कितना 'जहर'
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि पूरे हफ्ते सुबह और देर शाम धुंध छाए रहने की उम्मीद है, क्योंकि पृथ्वी की सतह के पास प्रदूषक कण जमा होते जा रहे हैं. अलीपुर में 323, आनंद विहार में 305, अशोक विहार में 343, बवाना में 363, द्वारकार सेक्टर 8 में 305, दिलशाद गार्डन में 307, जहांगीर पुरी में 331, नजफगढ़ में 322, पंजाबी बाग में 312 और रोहिणी में एक्यूआई का स्तर सुबह 6 बजे 341 दर्ज किया गया.

आंखों में जलन और खांसी की शिकायत
सरकार दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण कम करने के लिए हर संभव प्रयास करने में जुटी हुई है. लेकिन हर साल की तरह प्रदूषित हवा (Smog) लगातार लोगों को परेशान कर रही है. हर दूसरे शख्स को आंखों में जलन और खांसी की शिकायत हो रही है. विशेषज्ञों ने प्रदूषण स्तर में वृद्धि के लिए उन मौसम संबंधी परिस्थितियों को जिम्मेदार ठहराया है जो प्रदूषकों को धरातल के पास रोके रखती हैं.

सरकार उठा रही ये कदम
सरकार ने एक नवंबर से BS-3 से चलने वाली कामार्शियल गाड़ियों पर भी पाबंदी लगा दी है. दिल्ली के पर्यायवरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा कहते हैं कि बीते सात महीनों में सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए हाईराइज बिल्डिंग्स पर स्प्रिंकलर लगाने को आवश्यक किया है. कई जगहों पर स्प्रिंकलर लगाया गया है. पांच सौ फैक्ट्रियों के ईकाईयों को भी इसके दायरे में लाया जाएगा. मौसम विभाग ने शुक्रवार को हल्का कोहरा छाए रहने तथा अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 30 और 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना जताई है.
आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में पीएम 2.5 के स्तर में परिवहन क्षेत्र ने लगभग 15.9 प्रतिशत का योगदान दिया, जबकि पराली जलाने का लगभग छह प्रतिशत और निवासियों के कारण हुए उत्सर्जन का योगदान लगभग चार प्रतिशत रहा. गाजियाबाद और नोएडा जैसे पड़ोसी शहरों ने प्रदूषण में क्रमशः 10 और छह प्रतिशत का योगदान दिया, जबकि अन्य क्षेत्रीय स्रोतों ने मिलकर 22 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया.
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