महिला फुटबॉल टीम की खिलाड़ी के साथ AIFF के सदस्य ने होटल में की मारपीट
हिमाचल प्रदेश स्थित क्लब Khad FC की दो महिला फुटबॉलरों ने देश में खेल की शासी निकाय - अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ की कार्यकारी समिति के सदस्य दीपक शर्मा के खिलाफ कुछ गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला खिलाड़ियों के अनुसार, दीपक शर्मा ने गोवा में चल रहे भारतीय महिला लीग 2 के दौरान एक होटल के कमरे में उनके साथ मारपीट की. फुटबॉलरों ने शुक्रवार को एआईएफएफ में शिकायत दर्ज कराई, जबकि कहा जाता रहा है कि महिला खिलाड़ियों पर हमला गुरुवार को गोवा के एक होटल के कमरे में हुआ था.
महिला फुटबॉलरों के अनुसार, दीपक शर्मा इस बात से नाराज थे कि महिला खिलाड़ी खाना बना रही थीं और उन्होंने उनके साथ मारपीट की. दीपक शर्मा हिमाचल प्रदेश फुटबॉल एसोसिएशन के महासचिव और एआईएफएफ की प्रतियोगिता समिति के उपाध्यक्ष हैं. फुटबॉलरों ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के समय शर्मा नशे में थे और जब वे हिमाचल प्रदेश से गोवा जा रहे थे तो वह उनके सामने शराब पी रहे थे.
जिन महिला फुटबॉल खिलाड़ियों से साथ मारपीट की गई उनमें पलक वर्मा भी हैं, जिन्होंने एनडीटीवी से इस घटना को लेकर बात की है. पलक शर्मा ने कहा,"उस दिन, मैं घायल हो गई थी और अपने कमरे में अंडे लेकर आई थी. रात करीब 10:30-11 बजे, मैं एक और लड़की के साथ रसोई में अंडे बना रही थी. उस समय, सर ने हमें अपने कमरे में बुलाया. दूसरी लड़की उनके कमरे में गई और उन्होंने उससे पूछा गया कि हम क्या कर रहे हैं. उसने उन्हें बताया कि अंडा तैयार किया जा रहा है. सर ने लड़की को डांटा और फिर मुझे अंदर बुलाया. उन्होंने अभद्र तरीके से पूछा कि मैं अंडा क्यों बना रही हूं और क्या मैं 'विशेष' हूं." पलक वर्मा ने आगे कहा,"सर नशे में थे."
पलक वर्मा ने आगे बात करते हुए कहा,"मैंने उन्हें समझाया कि खाना ख़त्म हो गया है और इसलिए मैं कमरे में अंडा बना रही थी. वह उस समय नशे में थे. उन्होंने मुझसे अंडे फेंकने के लिए कहा. मैं रोने लगी और अपने कमरे में आ गई और दरवाज़ा पीटने लगी. यह सुनते ही कि, सर कमरे में पहुंचे और बिना खटखटाए कमरे में घुस गए. उन्होंने आकर मेरे साथ मारपीट की. मेरे रूममेट ने उन्हें रोका और फिर वह चले गए."
पलक ने आगे बताया कि अब उन पर शिकायत वापस लेने का दवाब डाला जा रहा है. पलक ने कहा,"इसके बाद उनकी पत्नी, जो क्लब की मैनेजर भी हैं, नंदिता आईं और हम पर दबाव डाला. उन्होंने हमसे कहा कि हमारे पास कोई संस्कार नहीं है. हमने जीएफए और एआईएफएफ में शिकायत दर्ज कराई है. वे जांच के लिए आए थे. उन्होंने शर्मा से कहा कि वह लिखकर दे दें कि हमें कोई नुकसान नहीं होगा. मेरी उम्र 21 साल है. हम पर अपनी शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है."
पलक ने कहा कि घटना के बाद से वह सो नहीं पाई हैं। वे खेलने में भी सक्षम नहीं हैं क्योंकि वे सही मानसिक स्थिति में नहीं हैं. घटना के बारे में बात करते हुए, जीएफए के उपाध्यक्ष जोनाथन डिसूसा ने कहा,"शिकायत मिलने के बाद, मैंने पार्टियों से मुलाकात की. आवश्यक कार्रवाई के लिए एआईएफएफ को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी. मैं रात में होटल भी गया और मुझे लगा कि जीएफए के दृष्टिकोण से, पुलिस में शिकायत दर्ज करना महत्वपूर्ण था. लेकिन हमारी भूमिका सीमित थी क्योंकि हम पीड़ित नहीं हैं और एफआईआर दर्ज नहीं कर सकते. लेकिन हमने लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लड़की की शिकायत पुलिस को भेज दी है और उन्हें घटना के बारे में सूचित कर दिया है.
"मिस वेलेंका अलेमाओ (एआईएफएफ महिला फुटबॉल समिति की प्रमुख) ने भी लड़कियों से मुलाकात की. वह लड़कियों को एक कमरे के अंदर ले गईं जहां कोई अन्य व्यक्ति मौजूद नहीं था. हमें उम्मीद है कि लड़कियों को न्याय मिलेगा."
गोवा फुटबॉल एसोसिएशन की शिकायत के आधार पर दीपक शर्मा को मापुसा पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. एआईएफएफ ने अभी तक पूरे मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.