प्रतीकात्मक चित्र
मुंबई:
कुछ महीने पहले तक अकाल से जूझ रहे महाराष्ट्र के सांगली पर अब बारिश का कहर टूट पड़ा है। पिछले तीन दिनों से जिले में इतनी बारिश हुई है कि कृष्णा नदी उफान पर है। नदी के आसपास के निचले इलाकों में कई जगहों पर पानी भरना शुरू हो गया है। प्रशासन ने नदी के किनारे रहने वाले 37 परिवारों के 250 लोगों वहां से हटाकर सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचा दिया है।
लगातार बारिश से जिले में आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। सांगली की रहने वाली शबनम सैय्यद ने शिकायती लहज़े में कहा हम लोग नदी के पास रहते हैं, जब जब नदी में बाढ़ आती है या थोड़ा सा भी पानी बढ़ जाता है तो हमारे घरों में पानी घुस आता है। महानगरपालिका के लोग हमारे लिए कुछ भी नहीं करते, ना ढंग की सड़क है, न रास्ते पर बिजली। हमारे लिए कोई भी सुविधा यह लोग नहीं देते हैं। हर साल हमारे साथ ऐसा ही होता है। हमने जिन्हें चुनकर दिया वो नगरसेवक भी हमारा हाल पूछने नहीं आते।
हालांकि प्रशासन लोगों की नाराज़गी को ग़ैर-वाजिब बता रहा है। सांगली महानगरपालिका के आयुक्त रविंद्र खेबुड़कर ने कहा कि जैसे ही हमें पता चला कि काकानगर, सूर्यवंशी प्लॉट जैसे नदी के पास के जगहों पर पानी घुसा है, हम लोग यहां तुरंत आए हैं। इस जगह से लोगों को हम सुरक्षित जगहों पर ले जा रहे हैं। हमने अब तक 250 लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला है। सब के रहने, खाने-पीने और दवाइयों की व्यवस्था कर दी है। पालिका प्रशासन ने किसी काम में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सब कुछ ठीक है, अब डरने की कोई बात नहीं है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
स्थानीय प्रशासन ने महानगरपालिका के दो स्कूलों में लोगों के रहने के इंतज़ाम किए हैं। जगह पर मनपा के ही 2 स्कूलों मे इन परिवारों के रहने की व्यवस्था की गई है। भारी बारिश से कर्नाटक और महाराष्ट्र में 6 पुल डूब गए हैं। सांगली का कई जगहों से संपर्क भी टूट गया है।
लगातार बारिश से जिले में आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। सांगली की रहने वाली शबनम सैय्यद ने शिकायती लहज़े में कहा हम लोग नदी के पास रहते हैं, जब जब नदी में बाढ़ आती है या थोड़ा सा भी पानी बढ़ जाता है तो हमारे घरों में पानी घुस आता है। महानगरपालिका के लोग हमारे लिए कुछ भी नहीं करते, ना ढंग की सड़क है, न रास्ते पर बिजली। हमारे लिए कोई भी सुविधा यह लोग नहीं देते हैं। हर साल हमारे साथ ऐसा ही होता है। हमने जिन्हें चुनकर दिया वो नगरसेवक भी हमारा हाल पूछने नहीं आते।
हालांकि प्रशासन लोगों की नाराज़गी को ग़ैर-वाजिब बता रहा है। सांगली महानगरपालिका के आयुक्त रविंद्र खेबुड़कर ने कहा कि जैसे ही हमें पता चला कि काकानगर, सूर्यवंशी प्लॉट जैसे नदी के पास के जगहों पर पानी घुसा है, हम लोग यहां तुरंत आए हैं। इस जगह से लोगों को हम सुरक्षित जगहों पर ले जा रहे हैं। हमने अब तक 250 लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला है। सब के रहने, खाने-पीने और दवाइयों की व्यवस्था कर दी है। पालिका प्रशासन ने किसी काम में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सब कुछ ठीक है, अब डरने की कोई बात नहीं है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
स्थानीय प्रशासन ने महानगरपालिका के दो स्कूलों में लोगों के रहने के इंतज़ाम किए हैं। जगह पर मनपा के ही 2 स्कूलों मे इन परिवारों के रहने की व्यवस्था की गई है। भारी बारिश से कर्नाटक और महाराष्ट्र में 6 पुल डूब गए हैं। सांगली का कई जगहों से संपर्क भी टूट गया है।
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