
- मुंबई के जीएसबी सेवा मंडल ने इस बार के गणेशोत्सव के लिए 474.46 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा बीमा कवर करवाया है
- बीमा राशि बढ़ने का मुख्य कारण सोने-चांदी के गहनों की कीमतों में बढ़ोतरी को बताया जा रहा है.
- ऑल-रिस्क इंश्योरेंस पैकेज पर्सनल एक्सीडेंट, आग, भूकंप और सार्वजनिक जिम्मेदारी के जोखिमों को कवर करता है.
मुंबई में गणेशोत्सव की तैयारियां अभी से ही शुरू हो गई हैं. मुंबई के लिए ये सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं उससे कहीं बढ़कर है. यही वजह है कि इस उत्सव को मनाने के लिए हर साल कुछ ना कुछ अलग करने की कोशिश की जाती रही है. इस बार भी इस उत्सव को लेकर तैयारियां अभी से ही शुरू हो गई हैं. गणेशोत्सव को लेकर इस बार मुंबई का जीएसबी सेवा मंडल खासी सुर्खियों में है. सुर्खियों में रहने की सबसे बड़ी वजह है बीमा, इस मंडल ने गणेशोत्सव के लिए अब तक का सबसे बड़ा बीमा कवर लिया है. पारस मंडल ने 474.46 करोड़ रुपये का बीमा करवाया है. ये अब तक की सबसे बड़ी इश्योरेंस पॉलिसी है. पिछले साल 400 करोड़ रुपये का बीमा करवाया गया था.
बताया जा रहा है कि इस बीमा राशि के बढ़ने की सबसे बड़ी वजह सोने-चांदी के गहनों की बढ़ती कीमत और ज्यादा से ज्यादा वॉलंटियर्स व पुजारियों को कवरेज में शामिल किया जाना बताया जा रहा है. यह ऑल-रिस्क इंश्योरेंस पैकेज न्यू इंडिया एश्योरेंस ने दिया है। इसमें सोना-चांदी और कीमती रत्न, पर्सनल एक्सीडेंट,आग और भूकंप से नुकसान और पब्लिक लाइबिलिटी यानी सार्वजनिक जिम्मेदारी जैसे जोखिम शामिल हैं.
कुल बीमा राशि में सबसे बड़ा हिस्सा 375 करोड़ रुपये का पर्सनल एक्सीडेंट कवर है. जिसके दायरे में मंडल के वॉलंटियर्स, पुजारी, रसोइये, सेवक और सुरक्षा कर्मचारी आते हैं. इसके अलावा, 30 करोड़ रुपये का पब्लिक लाइबिलिटी कवर पंडाल, स्टेडियम और भक्तों पर लागू होगा. वहीं, आयोजन स्थल के लिए 43 लाख रुपये का फायर और स्पेशल रिस्क कवर लिया गया है. आग और भूकंप से सुरक्षा के लिए 2 करोड़ रुपये का कवर पहले की तरह बरकरार रखा गया है.
गहनों के लिए बीमा राशि में भी इस बार बड़ी छलांग लगी है. 67 करोड़ रुपये का ऑल-रिस्क कवर सिर्फ आभूषणों के लिए है, जबकि 2024 में यह 43 करोड़ और 2023 में 38 करोड़ रुपये था. मंडल अध्यक्ष अमित पाई के मुताबिक सोने-चांदी की कीमत बढ़ने और वॉलंटियर्स-पुजारियों को कवरेज में जोड़ने से पॉलिसी राशि बढ़ी है.
सोने की कीमत में तेजी भी इस बढ़ोतरी की बड़ी वजह है. पिछले साल 24 कैरेट सोना जहां 77 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम था, वहीं इस बार यह 1.02 लाख रुपये तक पहुंच गया है. गणपति बप्पा को इस बार 66 किलो सोने और 336 किलो चांदी के गहनों से सजाया जाएगा.मंडल का गणेशोत्सव 27 से 31 अगस्त तक आयोजित होगा. इस बार दानदाताओं के लिए अलग से प्रवेश व्यवस्था की गई है और भीड़ प्रबंधन के लिए एक प्रोफेशनल एजेंसी की नियुक्ति की गई है.
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