 
                                            प्रतीकात्मक फोटो.
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                मुंबई: 
                                        मुंबई महानगरपालिका में नोटबंदी के बाद पैदा हुए माहौल का फायदा उठाते हुए नोटबदली का कारनामा हुआ है. बीएमसी की ग्राहक सुविधा केंद्र में काम करने वालों ने इस नोटबदली को अंजाम दिया है. 
इन कागजातों पर गौर कीजिए. विपक्षी पार्टी एमएनएस ने इन्हें सार्वजनिक किया है. एक में ग्राहक सुविधा केंद्र की एक शिफ्ट में हुई आय का ब्यौरा है तो दूसरे में बैंक स्लिप. यह कागजात बता रहे हैं कि 16 नवम्बर 2016 को बीएमसी टैक्स का भुगतान 2000 के नए नोट देकर हुआ. जबकि यही नए नोट बीएमसी के बैंक एकाउंट में जाते-जाते पुराने से बदल दिए गए. बीएमसी का एचडीएफसी बैंक में एकाउंट है.
विपक्ष के इस खुलासे से बीएमसी में जारी नोटबदली के गोरखधंधे के चलने की बात सामने आई है. राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस ने इस बात को स्टैंडिंग कमेटी के सामने रखा है. पार्टी के प्रवक्ता और बीएमसी में गुट नेता संदीप देशपांडे का कहना है कि नोटबदली से साबित हो रहा है कि पुराने नोटों के बदले में नए नोट भरे गए. यह किसके लिए और क्या कमीशन लेकर हुआ इसकी जांच होनी चाहिए. 
बीएमसी के मुंबई में 24 ग्राहक सुविधा केंद्र हैं जहां पर करोड़ों में आय हुई थी. इसके चलते नोटबदली के गोरखधंधे ने प्रशासन के कान खड़े किए हैं. ज्ञात हो कि नोटबंदी के दौरान पुराने नोटों से महाराष्ट्र की स्थानीय निकाय को एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रकम मिली है. इसमें कितनी रकम नोटबदली की भेंट चढ़ी होगी यह बताना मुश्किल हो रहा है.
नोटबदली के खुलासे के बाद बीएमसी ने ऊपरी तौर पर मामले की जांच के आदेश दिए हैं. वैसे बीएमसी से पहले रेलवे और आरबीआई के कर्मचारी भी नोटबदली करते पकड़े गए हैं.
                                                                        
                                    
                                
इन कागजातों पर गौर कीजिए. विपक्षी पार्टी एमएनएस ने इन्हें सार्वजनिक किया है. एक में ग्राहक सुविधा केंद्र की एक शिफ्ट में हुई आय का ब्यौरा है तो दूसरे में बैंक स्लिप. यह कागजात बता रहे हैं कि 16 नवम्बर 2016 को बीएमसी टैक्स का भुगतान 2000 के नए नोट देकर हुआ. जबकि यही नए नोट बीएमसी के बैंक एकाउंट में जाते-जाते पुराने से बदल दिए गए. बीएमसी का एचडीएफसी बैंक में एकाउंट है.
विपक्ष के इस खुलासे से बीएमसी में जारी नोटबदली के गोरखधंधे के चलने की बात सामने आई है. राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस ने इस बात को स्टैंडिंग कमेटी के सामने रखा है. पार्टी के प्रवक्ता और बीएमसी में गुट नेता संदीप देशपांडे का कहना है कि नोटबदली से साबित हो रहा है कि पुराने नोटों के बदले में नए नोट भरे गए. यह किसके लिए और क्या कमीशन लेकर हुआ इसकी जांच होनी चाहिए.

बीएमसी के मुंबई में 24 ग्राहक सुविधा केंद्र हैं जहां पर करोड़ों में आय हुई थी. इसके चलते नोटबदली के गोरखधंधे ने प्रशासन के कान खड़े किए हैं. ज्ञात हो कि नोटबंदी के दौरान पुराने नोटों से महाराष्ट्र की स्थानीय निकाय को एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रकम मिली है. इसमें कितनी रकम नोटबदली की भेंट चढ़ी होगी यह बताना मुश्किल हो रहा है.
नोटबदली के खुलासे के बाद बीएमसी ने ऊपरी तौर पर मामले की जांच के आदेश दिए हैं. वैसे बीएमसी से पहले रेलवे और आरबीआई के कर्मचारी भी नोटबदली करते पकड़े गए हैं.
