फाइल फोटो
- औरंगाबाद में 9 अगस्त से आरक्षण सहित कई मांगों को लेकर शुरू हुआ मूक मोर्चा
- एक दर्जन से ज्यादा ज़िलों से होते हुए रविवार को ठाणे पहुंचा
- मंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के नेताओं ने शिरकत की
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मुंबई:
औरंगाबाद में 9 अगस्त से आरक्षण सहित अपनी मांगों को लेकर शुरू हुआ मराठा मूक मार्च एक दर्जन से ज्यादा ज़िलों से होते हुए रविवार को ठाणे पहुंचा. मंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के नेताओं ने शिरकत की. वैसे यहां प्रदर्शनकारी बाकी जिलों की तुलना में थोड़े कम दिखे लेकिन यहां मांगे न माने जाने की सूरत में अगले चरण की एक बानगी दिखी.
मुंबई से सटे ठाणे में प्रदर्शनकारी तीन हाथ नाका पर जुटे, वहां से लगभग 3 किलोमीटर का सफर तय करते हुए ठाणे क्लेक्टर दफ्तर तक गए मोर्चे में शामिल 5 बच्चियों ने जिलाधिकारी डॉ महेन्द्र कल्याणकर को मांग पत्र सौंपा. एक बार फिर इस आंदोलन में न कहीं कोई शोर-शराबा हुआ न नारेबाज़ी, बस हाथों में तख्ती, जिस पर लिखी मांगों को पूछने पर दुहराया गया.
बच्चे तथा बुजुर्गों ने मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी की वेशभूषा धारण कर रखा था. प्रदर्शनकारियों ने कहा वो चाहते हैं कोपर्डी बलात्कार एवं हत्याकांड के अभियुक्तों को फांसी दी जाए. एस/एसटी अत्याचार रोकथाम अधिनियम 1989 ख़ारिज किया जाए और मराठाओं को नौकरियों तथा शिक्षण संस्थानों में आरक्षण मिले.
शनिवार को कोल्हापुर में लाखों प्रदर्शनकारी जुटे थे, दर्जनभर से ज्यादा जिलों में प्रदर्शन के बाद अब राज्य के लगभग 33 फीसद मराठाओं की तैयारी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में नागपुर यानी मुख्यमंत्री के घर में अपनी ताकत दिखाने की है.
(इनपुट 'भाषा' से)
मुंबई से सटे ठाणे में प्रदर्शनकारी तीन हाथ नाका पर जुटे, वहां से लगभग 3 किलोमीटर का सफर तय करते हुए ठाणे क्लेक्टर दफ्तर तक गए मोर्चे में शामिल 5 बच्चियों ने जिलाधिकारी डॉ महेन्द्र कल्याणकर को मांग पत्र सौंपा. एक बार फिर इस आंदोलन में न कहीं कोई शोर-शराबा हुआ न नारेबाज़ी, बस हाथों में तख्ती, जिस पर लिखी मांगों को पूछने पर दुहराया गया.
बच्चे तथा बुजुर्गों ने मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी की वेशभूषा धारण कर रखा था. प्रदर्शनकारियों ने कहा वो चाहते हैं कोपर्डी बलात्कार एवं हत्याकांड के अभियुक्तों को फांसी दी जाए. एस/एसटी अत्याचार रोकथाम अधिनियम 1989 ख़ारिज किया जाए और मराठाओं को नौकरियों तथा शिक्षण संस्थानों में आरक्षण मिले.
शनिवार को कोल्हापुर में लाखों प्रदर्शनकारी जुटे थे, दर्जनभर से ज्यादा जिलों में प्रदर्शन के बाद अब राज्य के लगभग 33 फीसद मराठाओं की तैयारी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में नागपुर यानी मुख्यमंत्री के घर में अपनी ताकत दिखाने की है.
(इनपुट 'भाषा' से)
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