विज्ञापन

बच्चे को लिखना कैसे सिखाएं? Pediatrician ने बताई कमाल की ट्रिक, Handwriting भी होगी सुंदर

Parenting Tips: डॉक्टर ने बच्चों को लिखना सिखाने की एक बेहद आसान ट्रिक बताई है. इस ट्रिक से आपके बच्चे की हैंडराइटिंग भी सुंदर होगी. आइए जानते हैं इसके बारे में-

बच्चे को लिखना कैसे सिखाएं? Pediatrician ने बताई कमाल की ट्रिक, Handwriting भी होगी सुंदर
बच्चे को लिखना कैसे सिखाएं?

Parenting Tips: बचपन में लिखना सीखना हर बच्चे के लिए एक नई शुरुआत होती है. वहीं, माता-पिता के लिए भी बच्चे को लिखना सिखाना किसी चुनौती से कम नहीं होता है. अधिकतर माता-पिता समझ ही नहीं पाते हैं कि इसकी शुरुआत कैसे करें. अगर आप भी इस तरह की सिचुएशन में हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. हाल ही में पीडियाट्रिशियन अर्पित गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है. इस पोस्ट में डॉक्टर ने बच्चों को लिखना सिखाने की एक बेहद आसान ट्रिक बताई है. डॉक्टर बताते हैं कि इस ट्रिक से आपके बच्चे की हैंडराइटिंग भी सुंदर होगी. आइए जानते हैं इसके बारे में- 

बालों में तेल लगाने का सही तरीका क्या है? डर्मेटोलॉजिस्ट से जानें 1 महीने में कितनी बार तेल लगाना चाहिए

कैसे करें शुरुआत?

डॉक्टर अर्पित कहते हैं, माता-पिता जल्दबाजी में बच्चों को A, B, C या क, ख, ग सिखाने लगते हैं. ऐसा करने से बच्चे पर दबाव बढ़ जाता है और वह लिखने से डरने लगता है. इसकी बजाय बच्चे को लिखना सिखाने की शुरुआत अक्षरों से नहीं, बल्कि लकीरों और पैटर्न से करनी चाहिए.

डॉक्टर अर्पित कहते हैं कि बच्चे की लिखावट तभी अच्छी बनती है, जब उसकी उंगलियों की पकड़, हाथों की गति और आंखों का तालमेल मजबूत होता है. इसके लिए सबसे पहला कदम है Scribbling यानी लकीरें खींचना. बच्चे को कागज और पेंसिल दीजिए और उसे मनमर्जी से ड्रॉ करने दीजिए. चाहे वह टेढ़ी-मेढ़ी लकीरें बनाए या गोल-गोल घुमाव, यही उसकी पहली प्रैक्टिस है.

इसके बाद बच्चे को तीन तरह की लाइनों का अभ्यास कराएं-
  1. खड़ी लकीरें (Standing lines)
  2. लेटती लकीरें (Sleeping lines) और 
  3. टेढ़ी लकीरें (Slanting lines)

इनसे बच्चा धीरे-धीरे हाथों की दिशा और दबाव को समझना सीखता है. जब ये लाइने सही बनना शुरू हों, तब अगला कदम होता है Curves यानी घुमावदार आकृतियां और पैटर्न बनाना. जैसे- गोले, तरंगें, जिगजैग या छोटे-छोटे आकार. यह अभ्यास उसकी उंगलियों को मजबूत बनाते हैं और पेंसिल पकड़ने का आत्मविश्वास देते हैं.

डॉ. अर्पित कहते हैं कि लिखना एक प्रक्रिया है, कोई दौड़ नहीं. इसलिए बच्चे को A, B, C सिखाने से पहले उसे एक्सप्लोर और एन्जॉय करने दें. जब बच्चा बिना डर के कागज पर अपने निशान बनाता है, तो वह सीखने में रुचि लेने लगता है. अगर आप यह तरीका अपनाते हैं, तो बच्चा न केवल जल्दी लिखना सीखेगा बल्कि उसकी हैंडराइटिंग भी साफ, सुंदर बनेगी. 


 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com