मध्यप्रदेश में हाई-प्रोफाइल कथित हनी ट्रैप रैकेट (MP honey trap case) का भंडाफोड़ करने में जुटे विशेष जांच दल यानी एसआईटी (SIT) से आयकर विभाग (IT) ने बेनामी संपत्तियों, कथित लेन-देन का विवरण मांगा है. आईटी विभाग के सूत्रों के अनुसार, उन्होंने एसआईटी से अनुरोध किया है कि वे गिरफ्तार किए गए या आरोपियों के जाल में फंसे लोगों की छिपी हुई या अघोषित आय से संबंधित विवरण साझा करें. सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने भी एसआईटी से आरोपियों या अन्य लोगों के वित्तीय सौदों के बारे में जानकारी मांगी है. इस कथित हाई-प्रोफाइल हनी ट्रैप रैकेट का भंडाफोड़ 18 सितंबर को इंदौर और भोपाल में पांच महिलाओं और एक पुरुष की गिरफ्तारी के साथ हुआ था.
इस रैकेट की जांच से पता चला है कि रैकेट ने कई प्रभावशाली व्यक्तियों को फंसाया था, जिनमें राजनेता, नौकरशाह, वरिष्ठ पुलिसकर्मी शामिल थे. एक बार जाल में फंसने के बाद इन लोगों ने कथित तौर पर ताकतवर लोगों से ना सिर्फ पैसे ऐंठे बल्कि उनके रसूख के इस्तेमाल से कई बड़ी परियोजनाओं, ठेके भी हासिल किये.
सूत्रों के मुताबिक एसआईटी से कुछ हफ्ते पहले इस संबंध में जानकारी साझा करने की गुज़ारिश की गई थी, अब दुबारा उन्हें इस संबंध में खत भेजा गया है.
VIDEO: मध्य प्रदेश: हनीट्रैप में 6 लोग गिरफ्तार, सियासत तक जुड़े हैं आरोपियों के तार
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