नौ दिन से अनशन कर रहीं मेधा पाटकर ने सोमवार को रात में अपना आंदोलन समाप्त कर दिया. मेधा पाटकर ने व्रत तोड़ा और इसके साथ 9 दिन से जारी उनका बेमियादी अनशन ख़त्म हो गया. बताया जाता है कि 9 सितंबर को मेधा की भोपाल में सरदार सरोवर के विस्थापितों से जुड़े सारे मुद्दों पर सरकार से चर्चा होगी.
इससे पहले मेधा पाटकर को मनाने की कोशिशें चलती रही थीं. मध्यप्रदेश के गृहमंत्री के बाद सोमवार को दिन में जिले की प्रभारी मंत्री डॉ विजयलक्ष्मी साधौ मेधा पाटकर को मनाने के लिए सत्याग्रह स्थल पर पहुंचीं थीं. साधौ ने मुख्यमंत्री से मोबाइल पर मेधा पाटकर की 7 मिनट बात करवाई. हालांकि इससे कोई हल नहीं निकला. यह दूसरी मर्तबा था जब सीएम कमलनाथ से मेधा पाटकर की चर्चा बेनतीजा रही. प्रभारी मंत्री डॉ साधौ और मुख्यमंत्री कमलनाथ का अनशन समाप्त करने का निवेदन मेधा पाटकर ने अस्वीकार कर दिया. मेधा पाटकर की तबियत निरंतर बिगड़ती जा रही थी.
मंत्री डॉ विजयलक्ष्मी साधौ को मेधा पाटकर के धरना स्थल से आज बैरंग लौटना पड़ा. इसके बाद मेधा ने बड़ा बयान दिया कि मुख्यमंत्री किसी के तो दबाव में हैं. उन्होंने कहा कि 122 मीटर पर सरदार सरोवर का जल स्तर स्थिर किया जाए. उन्होंने कहा कि नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) मंत्री सुरेंद्र बघेल के विदेश से लौटने से पहले गांव-गांव के कांग्रेस पदाधिकारी इस्तीफा देंगे. छोटा बड़दा में सोमवार को सत्याग्रह का आठवां दिन था. 25 अगस्त से अनिश्चितकालीन उपवास जारी था. इससे मेधा पाटकर की तबियत में लगातार गिरावट आ रही थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं