मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले (Shivpuri) में एक अन्नदाता की बेबसी कैमरे में कैद हुई. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शिवपुरी जिले के एक किसान का वीडियो वायरल (Farmer Video) हो रहा है, जिसमें वह जिला कलेक्टर के पैरों में गिरकर फफक-फफक कर रो रहा है. जिले के रन्नौद गांव के रहने वाले अजीत जाटव अपने खेतों में बिजली का कनेक्शन लगवाने की मांग के साथ जिला कलेक्टर अनुग्रह पी के दफ्तर पहुंचे थे. वहां वह जिला कलेक्टर से मुलाकात करने में नाकाम रहे और जिसके बाद वह दफ्तर से बाहर निकल रहीं जिला कलेक्टर और उनके सुरक्षाकर्मियों के पैरों में गिरकर फफक-फफक कर रोने लगा. गिड़गिड़ाते हुए किसान का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
28 दिसंबर को अजीत जिला कलेक्टर से मिलने उनके दफ्तर गए थे और उन्होंने दोपहर दो बजे तक मुलाकात के लिए इंतजार किया. लेकिन जिला कलेक्टर ने उन्हें मिलने के लिए समय नहीं दिया और अपने ऑफिस से बाहर जाने के लिए निकलीं तो उनका सब्र का बांध टूट गया और वे रो पड़े. लेकिन कलेक्टर उन्हें अनदेखा करके गाड़ी में जा बैठीं.
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वीडियो में देखा जा सकता है कि गाड़ी में चढ़ने के बाद जब किसान उनकी कार के पास जाता है तो कलेक्टर कुछ पल के लिए ही उनकी बात सुनती हैं और वहां से चली जाती हैं. . इस दौरान कलेक्टर ने किसान से सिर्फ इतना कहा कि अभी यहीं बैठो, तुम्हारे साथ अधिकारी को भेजकर मामले की जांच कराते हैं.
कब बदलेगी अन्नदाता की तक़दीर-तस्वीर! @ndtvindia @_YogendraYadav pic.twitter.com/9a9q6gACy7
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) December 31, 2018
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किसान का कहना है कि खेत के पास ट्रांसफार्मर की व्यवस्था नहीं होने की वजह से उसका फसल सूखने के कगार पर है. अगर फसल बर्बाद हुआ तो उसका परिवार भूखों मरने के कगार पर पहुंच जाएगा.
किसान अजीत ने बताया कि उन्होंने पिछले साल 14 अगस्त को खेतों मे पांच हॉर्स पावर के कनेक्शन के लिए 40 हजार रुपए दिए थे. किसान ने बताया कि उन्होंने सारी औपचारिकताएं पूरी की है, लेकिन कई बार अपील करने के बाद भी उन्हें कनेक्शन नहीं दिया गया. इस मामले पर जिला कलेक्टर अनुग्रह पी से बात की गई तो उन्होंने बताया, ' इस मामले में कलेक्टर अनुग्रह पी का कहना है कि कोई अनावश्यक देरी नहीं हुई है, अमूमन कनेक्शन के लिये आवेदन देने के 6 महीने बाद ही कनेक्शन मिलता है. हमने उन्हें कनेक्शन मुहैया करा दिया है फसल की भी जांच हो गई है, फसलें ठीक हैं अगर किसान को और भी कोई ज़रूरत होगी तो हम उसे पूरा करेंगे.'
(शिवपुरी से अतुल गौर के इनपुट के साथ)
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