
मध्यप्रदेश के सागर के शाहगढ़ में 40 साल के पत्रकार चक्रेश जैन की जलने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. जैन के भाई का आरोप है कि शाहगढ़ जिला पंचायत के एडीओ अमन चाैधरी ने उन्हें जलाकर मार दिया. दो साल पहले, चौधरी की शिकायत पर जैन के खिलाफ एससी / एसटी अत्याचार (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था. मामला सुनवाई के अंतिम चरण में है. इस घटना में एक और पेंच है. पुलिस के मुताबिक गंभीर रूप से जलने के कुछ ही घंटे पहले, जैन ने अमन चौधरी को कथित तौर पर आग लगा दी थी. 30 फीसद तक जलने के बाद अस्पताल में भर्ती चौधरी ने बयान दिया कि चक्रेश जैन सुबह उनके घर आया और उन्हें आग लगा दी.
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लेकिन कुछ देर बाद जब अमरमऊ के पास एक झाेपड़ी में 90 फीसदी से ज्यादा जली हुई हालत में पत्रकार जैन मरणासन्न हालत में मिले, तब इस पूरे मामले में नया माेड़ आ गया. अस्पताल लाने के बाद उन्होंने दम ताेड़ दिया. पुलिस के मुताबिक कुछ साल पहले एडीओ चाैधरी और पत्रकार जैन के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद जैन के खिलाफ हरिजन एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था. यह मामला काेर्ट में चल रहा था और कुछ दिन बाद फैसला आने वाला था. जैन इस मामले में राजीनामा चाहते थे. इसी सिलसिले में उनकी बुधवार की सुबह चाैधरी से वो मिलने गये थे. पुलिस के मुताबिक चौधरी ने उनसे कहा कि जैन ने उस पर पेट्राेल छिड़ककर आग लगा दी और भाग गया.
वहीं चक्रेश के भाई राजकुमार जैन ने आरोप लगाया कि एडीओ चाैधरी और उसके एक साथी ने उनके भाई काे जिंदा जलाकर मार डाला. उन्हें जब अस्पताल लाए तब वह जिंदा था. उस समय डाॅक्टर व पुलिस माैजूद थी, लेकिन उसके बयान नहीं लिए गए. दूसरी तरफ, सागर के एसपी अमित सांघी ने कहा, “दोनों घटनाओं की पुलिस द्वारा जांच की जा रही है और दोनों मामले अब तक सीआरपीसी की धारा 174 के तहत दर्ज किए गए हैं. फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीमों ने दोनों स्थानों से नमूने एकत्र किए हैं और जांच जारी है.
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