छत्तीसगढ़ में बेमेतरा जिले के बीरनपुर गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा और एक युवक की हत्या के खिलाफ हिंदू संगठनों के राज्यव्यापी बंद के आह्वान पर सोमवार को प्रमुख शहरों में ज्यादातर दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. बंद के दौरान जिस बिरनपुर गांव में घटना हुई थी, वहां उग्र हुई भीड़ ने एक मकान को आग लगा दी. इस दौरान मकान के भीतर ब्लास्ट हो गया. तोड़फोड़ करने पर उतारू भीड़ को संभालने के लिए दुर्ग रेंज के आईजी आनंद छाबड़ा सहित कई पुलिस अफसर-जवान यहां थे. इसी समय ब्लास्ट हुआ. फिलहाल किसी के घायल होने की जानकारी नहीं आई है.
मुआवजे की मांग को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का धरना
वहीं, अरुण साव मृतक परिवार से मिलने जा रहे थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया. ऐसे में वह धरने पर बैठ गए हैं. उन्होंने पीड़ित परिवार के लिए एक करोड़ मुआवजे की मांग की है. बड़ी संख्या में उनके साथ भाजपाई मौजूद हैं. मौके पर पुलिस के जवान तैनात हैं.
विहिप और बजरंग दल ने बुलाया था बंद
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल समेत हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भगवा ध्वज लेकर रायपुर, बेमेतरा, जगदलपुर, कोरिया समेत कई जगहों पर पैदल और मोटरसाइकिल से मार्च निकाला. व्यवसायियों से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की. हिंदू संगठनों के साथ विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता भी सड़कों पर उतरे. बीजेपी नेता लोगों से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील करते देखे गए. हालांकि, कोरबा समेत कुछ शहरों में दुकानें खुली रहीं.
हाईवे और सड़कों पर चक्का जाम
विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बीजेपी कार्यकर्ता की अगुआई में रायपुर, बेमेतरा,और आस-पास के जिलों में हाईवे और शहर के भीतर चक्का जाम किया जा रहा है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए रायपुर पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. हालांकि, चैंबर ऑफ कॉमर्स से बंद का समर्थन नहीं मिला है.
8 अप्रैल को युवक की हुई थी हत्या
विश्व हिंदू परिषद ने बीरनपुर गांव की सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया. इस घटना में 8 अप्रैल को एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. बेमेतरा कस्बे से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव में कथित तौर पर स्कूली बच्चों के बीच झगड़े के बाद हिंसा भड़क उठी थी. स्थानीय प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लगा दी है और कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए करीब 700 पुलिसकर्मियों को गांव और उसके आसपास तैनात किया गया है.
बीजेपी के मीडिया प्रभारी ने कांग्रेस पर लगाए आरोप
बीजेपी के मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कहा है कि कांग्रेस शासनकाल में जिस तरह से सांप्रदायिक घटनाएं बढ़ी हैं, उससे यहां की जनता स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही है. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि राज्य में आज स्वत:स्फूर्त बंद रहा और लोग इस शासन से छुटकारा पाना चाहते हैं. इस बीच, प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि बीजेपी और आरएसएस को इस घटना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस इस घटना पर आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी और आरएसएस इसे सांप्रदायिक रंग देकर इसका राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं. शुक्ला ने कहा कि छोटे दुकानदारों पर अपने प्रतिष्ठान बंद करने का दबाव बनाना निंदनीय है. (PTI इनपुट के साथ)
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