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बेंगुलरु के मेट्रो स्टेशन का नाम बदलने को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति क्यों गरमा गई, यहां जानिए

बेंगलुरु मेट्रो के 'शिवाजीनगर स्टेशन' का नाम बदलकर 'सेंट मैरी' किए जाने की मांग की गई है. स्थानीय कांग्रेस विधायक की इस मांग से महाराष्ट्र की राजनीति तेज हो गई है. इस मांग को शिवाजी महाराज के अपमान से जोड़ा जा रहा है.

बेंगुलरु के मेट्रो स्टेशन का नाम बदलने को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति क्यों गरमा गई, यहां जानिए
शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन का नाम बदलने की मांग को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति गरमाई.
  • कर्नाटक के कांग्रेस विधायक ने बेंगलुरु के शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन का नाम सेंट मैरी रखने की औपचारिक मांग की है.
  • मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सेंट मैरी बेसिलिका के सम्मान में मेट्रो स्टेशन का नाम बदलने की सिफारिश की है.
  • महाराष्ट्र के नेताओं ने इस मांग को छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान के रूप में लिया और कांग्रेस की आलोचना की है.
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मुंबई:

कर्नाटक के एक कांग्रेस विधायक ने बेंगलुरु के "शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन" का नाम बदलकर 'सेंट मैरी' करने की मांग की है. उनकी इस मांग से कर्नाटक से लेकर महाराष्ट्र तक की राजनीति गरमा गई है. महाराष्ट्र के कई नेताओं ने कांग्रेस विधायक की इस मांग को लेकर उनकी आलोचना की है. भाजपा के कुछ नेता ने तो इसे छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति कांग्रेस की नफरत उजागर होने का उदाहरण तक बता दिया. इस मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है. आईए जानते हैं- क्या है यह पूरा मामला.

शिवाजीनगर क्षेत्र के स्थानीय कांग्रेस विधायक ने की थी मांग

दरअसल बेंगलुरु के शिवाजीनगर क्षेत्र के विधायक रिजवान अरशद ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा- "मैं औपचारिक रूप से मेट्रो स्टेशन का नाम शिवाजीनगर 'सेंट मैरी' रखने का प्रस्ताव रख रहा हूं. यह प्रतिष्ठित सेंट मैरी बेसिलिका के सम्मान में है, जिसका एक समृद्ध इतिहास है. उन्होंने आगे कहा कि बेसिलिका शिवाजीनगर बस डिपो के पास स्थित है, और यात्रियों के लिए भी भ्रम की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी.

सीएम सिद्धारमैया ने नाम बदलने की सिफारिश की बात कही

कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने भी बेंगलुरु मेट्रो के आगामी शिवाजीनगर स्टेशन का नाम सेंट मैरी के नाम पर रखने की सिफारिश की बात कही है. बीते सोमवार को सीएम सिद्धारमैया ने सेंट मैरी बेसिलिका में वार्षिक भोज के दौरान आर्कबिशप पीटर मचाडो को आश्वासन दिया कि सरकार आगामी पिंक लाइन स्टेशन का नाम सेंट मैरी के नाम पर रखने पर विचार करेगी.

सीएम सिद्धारमैया की ओर से मिले इस आश्वासन के बाद शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन का नाम बदलने की मांग की चर्चा तेज हुई. फिर महाराष्ट्र के नेताओं ने इसे छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान से जोड़ते हुए कांग्रेस पर तीखे हमले शुरू किए.

भाजपा विधायक बोलीं- शिवाजी महाराज के अपमान की कांग्रेस की नियत फिर हुई साफ

महाराष्ट्र की भाजपा विधायक और महिला प्रदेश अध्यक्ष चित्रा वाघ ने कहा कि कांग्रेस की छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान से नियत फिर साफ हुई है. कांग्रेस विधायक रिज़वान ने बेंगलुरु के "शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन" का नाम बदलकर "सेंट मैरी" करने की माँग की है. इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार को नाम बदलने का प्रस्ताव भी भेज दिया है...

भाजपा विधायक ने आगे कहा कि क्या महाराष्ट्र कांग्रेस अब इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करेगी या चुप रहेगी? चुप कैसे रह सकते हैं? क्या वे कर्नाटक कांग्रेस सरकार द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान को स्वीकार करते हैं?

राजस्व मंत्री बोले- शिवाजी के इतिहास को मिटाने की बात करने वालों को देश माफ नहीं करेगा

भाजपा नेता और महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि “छत्रपति शिवाजी महाराज के इतिहास को मिटाने की बात करने वालों को देश कभी माफ़ नहीं करेगा.” उन्होंने यह भी कहा कि जब राहुल गांधी महाराष्ट्र आएँगे, तो हम यह पूछेंगे. महाराष्ट्र के नेताओं... और उद्धव ठाकरे को अपनी राय रखनी चाहिए.

महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री ने कांग्रेस को लगाई फटकार

भारत-पाकिस्तान मैच पर राजस्व मंत्री ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि वे सिंदूर रक्षा का विरोध कर रहे हैं. एक ओर, उन्होंने देश के सैनिकों द्वारा ठिकानों को नष्ट करने के लिए किए गए कार्यों पर संदेह व्यक्त किया. उन्होंने सिंदूर जैसे ऑपरेशन पर भी संदेह जताया. ये सभी लोग राजनीति के लिए इतने लाचार हो गए हैं.

जब नासिक में उद्धव ठाकरे के लोकसभा उम्मीदवार चुने गए, तो उनकी रैली में पाकिस्तानी झंडे फहराए गए... धाराशिव में भी तब उद्धव ठाकरे ने उनका स्वागत किया. आपने मुख्यमंत्री पद के लिए पाकिस्तान के विचार को स्वीकार कर लिया. ॉ

शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता बोले- कर्नाटक सीएम को लिखेंगे पत्र

शिवसेना (UBT) के आनंद दुबे ने कहा कि हम मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से अनुरोध करेंगे और उन्हें पत्र भी लिखेंगे कि नाम छत्रपति शिवाजी महाराज मेट्रो स्टेशन ही रखा जाए. उन्हें जनभावनाओं का सम्मान करना चाहिए. राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा को शिवाजी महाराज पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी ने अरब सागर में स्थापित होने वाली शिवाजी महाराज की प्रतिमा का भूमिपूजन किया, लेकिन इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई.

"भाजपा को आग में घी डालने का काम नहीं करना चाहिए"

शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता ने आगे कहा कि भाजपा को आग में घी डालने का काम नहीं करना चाहिए. हम हमारे मित्र पक्ष के साथ बैठकर इस विषय का समाधान निकाल लेंगे. अगर भाजपा में अब भी थोड़ी भी शर्म बची है, तो उन्हें भारत बनाम पाकिस्तान मैच रद्द कर देना चाहिए। हम इस मुद्दे पर अपना विरोध जारी रखेंगे. कोई भी नेपाल की तुलना भारत से नहीं कर रहा है, बस हमें पड़ोसी देश के हालात को लेकर सतर्क रहने की ज़रूरत है. संजय निरुपम को हकीकत समझ नहीं आ रही है. वह असल में दिखावे के लिए ऐसा कर रहे हैं.

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