- उद्धव ठाकरे ने कहा कि नागपुर में होने वाला अधिवेशन औपचारिकता बनकर रह गया, अहम मुद्दे नजरअंदाज हो रहे हैं.
- बाढ़ से किसानों को भारी नुकसान हुआ, सरकार ने पैकेज घोषित किया पर उसकी वास्तविकता और राशि अस्पष्ट बनी हुई है.
- फसल बीमा योजना में किसानों को कोई मदद नहीं मिली, उद्धव ने सरकार से बीमा कंपनियों पर कार्रवाई की मांग की.
शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी-शिंदे सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि नागपुर में होने वाला अधिवेशन सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गया है, जबकि विदर्भ और पूरे राज्य के गंभीर मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.उन्होंने कहा कि इस साल बाढ़ की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है, उनकी जमीन तक बर्बाद हो गई है. सरकार ने पैकेज की घोषणा की, लेकिन उसका क्या हुआ यह आज तक साफ नहीं है. राज्य सरकार ने केंद्र से मदद के लिए प्रस्ताव जल्दबाजी में भेजा है, पर हमें यह जानना जरूरी है कि प्रस्ताव किस आधार पर तैयार किया गया और कितनी राशि मांगी गई.
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किसानों को बीमा कंपनियों से मदद नहीं मिली
उद्धव ठाकरे ने फसल बीमा योजना पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि किसानों को बीमा कंपनियों से कोई मदद नहीं मिली. उन्होंने पूछा कि राज्य सरकार इन बीमा कंपनियों पर क्या कार्रवाई करने जा रही है.
नेता प्रतिपक्ष का चयन अब तक क्यों नहीं?
नेता प्रतिपक्ष के चयन में हो रही देरी पर हमला बोलते हुए ठाकरे ने कहा कि क्या सरकार विपक्ष से डर रही है? अभी तक नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं किया गया. सरकार पूरी तरह से स्थानीय चुनावों में व्यस्त है, किसानों की फिक्र किसी को नहीं है. मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और मंत्री भ्रष्टाचार को छिपाने और एक-दूसरे को क्लीन चिट देने में लगे हुए हैं.
उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे उनपर दया आती है, आप कौन थे, क्या बन गए, आपने इन सभी भ्रष्ट लोगों को अपने करीब कर लिया है, आपने उन्हें अपने संरक्षण में ले लिया है, यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है.
हिंदुत्व किसी से सीखने की जरूरत नहीं
हिंदुत्व पर बीजेपी नेताओं के बयानों का जवाब देते हुए ठाकरे ने कहा कि उन्हें हिंदुत्व किसी से सीखने की जरूरत नहीं है. अमित शाह पर हमलावर उद्धव ने कहा कि अमित शाह के मंत्रिमंडल में ही गोमांस खाने वाले मंत्री हैं, इसलिए पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. उद्धव बोले कि जब आपने साधु हत्याकांड में शामिल व्यक्ति को BJP में लिया तो आपने हिंदुत्व का क्या किया. अमित शाह को मेरे हिंदुत्व पर शक जताने के लिए अपने अंदर के हिंदुत्व को देखना चाहिए और फिर आरोप लगाना चाहिए.
BJP का वंदे मातरम सिर्फ़ वन डे मातरम है, एक दिन के लिए, क्योंकि बाकी समय उन्हें इसकी परवाह नहीं है. वंदे मातरम पर चर्चा का मकसद समझाते हुए उन्होंने शक जताया. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि उन्होंने वंदे मातरम पर यह चर्चा संघ के कपडे उतरवाने के लिए शुरू की है.
बहनों को 2100 रुपये प्रतिमाह कब से मिलेंगे?
राज्य सरकार की 'लाड़ली बहन' योजना पर भी उन्होंने सवाल उठाया और पूछा कि चुनाव से पहले की गई घोषणा के अनुसार बहनों को 2100 रुपये प्रतिमाह कब से मिलेंगे. उद्धव ठाकरे के इस प्रेस वार्ता में राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार, किसानों की उपेक्षा और प्रशासनिक अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए गए, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है.
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