
- शिवसेना के वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में विवादित बयान देने वाले मंत्रियों-विधायकों को सख्त चेतावनी दी.
- शिंदे ने कहा कि लोग पार्टी नेताओं पर नहीं, बल्कि सीधे उनके ऊपर उंगली उठाते हैं, इसलिए अनुशासन और जवाबदेही बनाए रखना जरूरी है.
- शिंदे ने सभी से कहा कि सफलता को अपने सिर पर न चढ़ने दें और खुद को हमेशा एक कार्यकर्ता मानकर ही काम करें.
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को दादर में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक ली. इस दौरान शिंदे ने विवादित बयान देने वाले मंत्रियों और विधायकों को सख्त चेतावनी दी. शिंदे ने कहा कि लोग आप पर नहीं मुझ पर उंगली उठाते हैं. साथ ही उन्होंने पार्टी नेताओं से गलत चीजों में अपनी ऊर्जा बर्बाद नहीं करने के लिए भी कहा है. शिवसेना नेता ने विवादित बयान देने वाले मंत्रियों और विधायकों को अप्रत्यक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि अपने परिवार पर कार्रवाई मुझे पसंद नहीं है, लेकिन यदि मजबूर किया गया तो करना पड़ेगा.
एकनाथ शिंदे ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, "पिछले कुछ दिनों में कुछ घटनाएं घटी हैं… लोग उंगली आप पर नहीं, मुझ पर उठाते हैं. मुझसे पूछा जाता है — ‘आपके विधायक क्या कर रहे हैं?"
गलत चीजों में ऊर्जा बर्बाद मत करो: शिंदे
उन्होंने कहा, "आप सभी मेरे अपने लोग हैं. हम एक परिवार हैं. आपकी बदनामी मतलब मेरी बदनामी. गलत चीजों में अपनी ऊर्जा बर्बाद मत करो. कम बोलो, ज्यादा काम करो."
इस दौरान उप मुख्यमंत्री ने अप्रत्यक्ष रूप से चेतावनी देते हुए कहा, "कुछ मंत्रियों को बदनामी की वजह से घर जाना पड़ा. मुझे अपने ही परिवार पर कार्रवाई करना पसंद नहीं है, लेकिन अगर मजबूर किया गया तो करना पड़ेगा. मैं आप सभी से अनुशासन और जवाबदेही की अपेक्षा करता हूं."
सफलता को अपने सिर पर मत चढ़ने दो: शिंदे
साथ ही उन्होंने कहा, "मैं प्रमुख की तरह व्यवहार नहीं करता, मैं गुस्सा नहीं करता. मैं खुद को कार्यकर्ता मानता हूं और आपको भी वैसा ही रहना चाहिए. सफलता को अपने सिर पर चढ़ने मत दो. चाहे जितने भी पद मिल जाएं, खुद को हमेशा एक कार्यकर्ता ही मानकर काम करो."
उन्होंने कहा, "हमें बहुत कम समय में बहुत बड़ी सफलता मिली है. जनता हमारे साथ है और इसी वजह से कुछ लोग हमारी छवि को खराब करने की साजिश कर रहे हैं. इसलिए हर बात में सतर्क रहो. आनेवाला समय परीक्षा का होगा. सार्वजनिक जीवन में अनुशासन जरूरी है और उसे निभाना ही होगा."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं