पंजाब में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों लिस्ट में नवजोत सिंह सिद्धू का नाम 28वें नंबर पर

पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू को ज्यादा तवज्जो न देने की वजह उनका कैप्टन अमरिंद सिंह के साथ मतभेद है. सबसे पहले विवाद उनका मंत्री पद पर रहते हुए एक निजी चैनल के कॉमेडी शो में हिस्सा लेने पर हुआ था.

पंजाब में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों लिस्ट में नवजोत सिंह सिद्धू का नाम 28वें नंबर पर

नवजोत सिंह सिद्धू (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

पंजाब में लोकसभा चुनाव प्रचार को लेकर कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है. इसमें पहले नंबर पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल  गांधी,  दूसरे नंबर पर सोनिया गांधी, तीसरे नंबर पर डॉ. मनमोहन सिंह, चौथे नंबर पर आशा कुमारी और पांचवें नंबर पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं. लेकिन सबसे हैराना वाली बात यह है कि इस लिस्ट में नवजोत सिंह सिद्धू का नाम 28वें नंबर पर है. पंजाब की राजनीति में अच्छी-खासी दखल का का दावा करने वाले सिद्धू का नाम लिस्ट में इतने नीचे होने से उनके समर्थकों को निराशा हो सकती है. हालांकि माना जा रहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उनके मतभेदों को देखते हुए उनको पंजाब से फिलहाल दूर ही रखने का फैसला किया गया है. पार्टी सिद्धू के भाषणों का इस्तेमाल का दूसरे राज्यों में जमकर कर रही है.  गौरतलब है कि सिद्धू इससे पहले भी पंजाब में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मंच से नीचे बैठाए जाने पर अपना दर्द बयां कर चुके हैं.  इसके अलावा सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर को उनकी पसंद की चंडीगढ़ सीट से टिकट देने से  मना करने पर भी वह 20 दिन तक पार्टी कार्यालय नहीं गए थे. इस सीट से कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता पवन बंसल को उम्मीदवार बनाया है. पहले चर्चा थी कि नवजोत कौर को अमृतसर सीट से टिकट दिया जा सकता है, जहां से अमरिंदर सिंह ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के अरुण जेटली को हराया था. लेकिन इन चर्चाओं पर भी तब विराम लग गया कांग्रेस ने अमृतसर लोकसभा सीट से गुरजीत सिंह ओजला को टिकट दे दिया.

पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू को ज्यादा तवज्जो न देने की वजह उनका कैप्टन अमरिंद सिंह के साथ मतभेद है. सबसे पहले विवाद उनका मंत्री पद पर रहते हुए एक निजी चैनल के कॉमेडी शो में हिस्सा लेने पर हुआ था. उसके बाद उनका पाकिस्तान में इमरान खान के शपथ ग्रहण में जाना भी विवादों में घिर गया था. कैप्टन अमरिंद सिंह ने उनके फैसले पर सवाल उठाए थे. इसके बाद पत्नी को चंडीगढ़ या अमृतसर से टिकट न दिए जाने पर वह खासे नाराज रहे और वह करीब 20 दिन तक पार्टी कार्यालय नहीं गए थे. एक कार्यक्रम के दौरान उनको मंच पर जगह नहीं दी गई थी, जिसका दर्द भी उन्होंने सबके सामने बयां किया था.  आपको बता दें कि पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान 11 मई को होगा और नतीजे 23 मई को आएंगे.

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