Khaleda Zia Husband: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की अध्यक्ष खालिदा जिया अब इस दुनिया में नहीं हैं. उनका 80 साल की उम्र में निधन हो गया, उनकी पार्टी की तरफ से ये जानकारी दी गई है. बताया गया है कि खालिदा जिया लंबे वक्त से बीमार चल रही थीं. आज हम आपको खालिदा जिया के पति जियाउर रहमान के बारे में बता रहे हैं, जिनकी राष्ट्रपति रहते हत्या कर दी गई और इसी हत्या के बाद खालिदा जिया को राजनीति में कदम रखना पड़ा. आइए जानते हैं कि जियाउर रहमान कौन थे और बांग्लादेश में कैसे उनकी हत्या की गई थी.
कौन थे जियाउर रहमान?
जियाउर रहमान एक बांग्लादेशी सैनिक और बाद में बड़े नेता के तौर पर उभरने वाले शख्स थे. पाकिस्तान से आजादी के लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी और सेना में सर्वोच्च पद तक गए. 25 अगस्त 1975 को जियाउर रहमान को बांग्लादेश का सेना प्रमुख बनाया गया. उन्हें बांग्लादेश में जिया के नाम से जाना जाता था. राष्ट्रपति अबू सदात मोहम्मद सईम के इस्तीफे के बाद 1977 में जियाउर रहमान को बांग्लादेश का राष्ट्रपति बनाया गया. इसके बाद 1978 में जियाउर रहमान ने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) बनाई और उनकी पार्टी ने 1979 में हुए चुनावों में बंपर जीत दर्ज की. इस जीत के बाद जियाउर रहमान बांग्लादेश के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति बने.
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ऐसे हुई राष्ट्रपति की हत्या
बांग्लादेश में कई सालों तक सत्ता में रहने वाले जियाउर रहमान की हत्या की साजिश काफी पहले से हो रही थी. आखिरकार 29 मई 1981 को चटगांव में इस साजिश को अंजाम तक पहुंचाया गया. बांग्लादेश के इंटेलिजेंस विभाग की तरफ से चेतावनी के बावजूद जियाउर रहमान चटगांव पहुंचे, जहां सेना के ही कुछ अफसरों ने मिलकर उनकी हत्या कर दी. इसमें सबसे बड़ा हाथ लेफ्टिनेंट कर्नल मोतीउर रहमान का था, जो चटगांव के जीओसी मेजर जनरल मोहम्मद अबुल मंजूर के तबादले के बाद गुस्से में थे.
खालिदा जिया ने संभाली पार्टी की कमान
पति की हत्या के बाद खालिदा जिया ने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की कमान अपने हाथों में ले ली. उन्हें 1984 में पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया और 1991 से लेकर 1996 तक वो बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं. इसके बाद 2001 में उन्हें फिर से चुना गया और 2006 तक प्रधानमंत्री पद संभाला. शेख हसीना से उनकी दुश्मनी खूब चर्चा में रही और 2018 में जिया को जेल भेज दिया गया. अगस्त 2024 में जब शेख हसीना की सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया गया और बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ तो खालिदा जिया को जेल से रिहा कर दिया गया.
फिलहाल चुनाव से ठीक पहले खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान बांग्लादेश लौट चुके हैं और माना जा रहा है कि वही बांग्लादेश के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं. उनकी पार्टी चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर रही है, इसी बीच उनकी मां खालिदा जिया का निधन हो गया.
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