किंग्स इलेवन पंजाब टीम की को-ऑनर प्रीति जिंटा के साथ वीरेंद्र सहवाग (फाइल फोटो)
पुणे:
राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के खिलाफ मिली 9 विकेट की करारी हार के साथ ही ग्लेन मैक्सवेल की किंग्स इलेवन पंजाब का अभियान आईपीएल10 में समाप्त हो गया. पुणे के खिलाफ आखिरी मैच में टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और पूरी टीम महज 73 रन के स्कोर पर पेवेलियन लौट गई. 74 रन का लक्ष्य पुणे के लिए किसी तरह की चुनौती नहीं बन सका और टीम ने 48 गेंद शेष रहते हुए इसे हासिल कर लिया. हालांकि पंजाब के कप्तान मैक्सवेल ने टीम की हार का दोष बारिश के कारण फिसलन से भरी पिच को दिया है, लेकिन टीम के क्रिकेट आपरेशंस के डायरेक्टर (मेंटर) वीरेंद्र सहवाग इससे रजामंद नहीं दिखे. मैच के बाद उन्होंने साफ कहा कि ग्लेन मैक्सवेल सहित टीम के विदेशी खिलाड़ी इस नॉकआउट मुकाबले में अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे और इस कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा.
टीम इंडिया के धमाकेदार बल्लेबाज सहवाग ने कहा, 'मैं निराश हूं. हमारे किसी भी विदेशी खिलाड़ी ने 12 से 15 ओवर तक खेलने की जिम्मेदारी नहीं निभाई. इन चार में से किसी एक को यह करना था लेकिन किसी ने ऐसा नहीं किया.' विकेट को लेकर मैक्सवेल की दलील पर वीरू ने कहा कि वे विकेट के कुछ धीमे होने की शिकायत कर रहे हैं लेकिन जब आप इतना अधिक इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं तो आपको ऐसे हालात से निपटना आना चाहिए.ऐसे अवसर कम ही आते हैं जब आपको अच्छे विकेट मिलें. आपको जैसे भी विकेट मिले आपको इन पर अपने ओवर खेलने चाहिए लेकिन मैक्सवेल, शॉन मार्श, मार्टिन गप्टिल और इयोन मार्गन ने निराश किया. सहवाग ने कहा कि गप्टिल का रोल स्कोर को गति देने का था और साहा उनके सहयोगी के रोल में होते. ऐसे में मैं गप्टिल के आउट होने को ज्यादा दोष नहीं दूंगा लेकिन अन्य बल्लेबाजों का निश्चित रूप से दोष है. यहां तक कि मार्श की जिम्मेदारी 10 से 12 ओवर तक खेलने की थी लेकिन जिस तरीके से वे आउट हुए, वह दुर्भाग्यपूर्ण था. मैक्सवेल और मोर्गन बेहद अनुभवी प्लेयर हैं लेकिन इन्होंने भी निराश किया. सहवाग ने कहा कि हम जानते हैं कि जब मैक्सवेल धमाका करते हैं तो अकेले दम पर मैच जीत लेते हैं लेकिन आईपीएल के आठ से नौ मैचों में ऐसा नहीं दिखा.
टीम इंडिया के धमाकेदार बल्लेबाज सहवाग ने कहा, 'मैं निराश हूं. हमारे किसी भी विदेशी खिलाड़ी ने 12 से 15 ओवर तक खेलने की जिम्मेदारी नहीं निभाई. इन चार में से किसी एक को यह करना था लेकिन किसी ने ऐसा नहीं किया.' विकेट को लेकर मैक्सवेल की दलील पर वीरू ने कहा कि वे विकेट के कुछ धीमे होने की शिकायत कर रहे हैं लेकिन जब आप इतना अधिक इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं तो आपको ऐसे हालात से निपटना आना चाहिए.ऐसे अवसर कम ही आते हैं जब आपको अच्छे विकेट मिलें. आपको जैसे भी विकेट मिले आपको इन पर अपने ओवर खेलने चाहिए लेकिन मैक्सवेल, शॉन मार्श, मार्टिन गप्टिल और इयोन मार्गन ने निराश किया. सहवाग ने कहा कि गप्टिल का रोल स्कोर को गति देने का था और साहा उनके सहयोगी के रोल में होते. ऐसे में मैं गप्टिल के आउट होने को ज्यादा दोष नहीं दूंगा लेकिन अन्य बल्लेबाजों का निश्चित रूप से दोष है. यहां तक कि मार्श की जिम्मेदारी 10 से 12 ओवर तक खेलने की थी लेकिन जिस तरीके से वे आउट हुए, वह दुर्भाग्यपूर्ण था. मैक्सवेल और मोर्गन बेहद अनुभवी प्लेयर हैं लेकिन इन्होंने भी निराश किया. सहवाग ने कहा कि हम जानते हैं कि जब मैक्सवेल धमाका करते हैं तो अकेले दम पर मैच जीत लेते हैं लेकिन आईपीएल के आठ से नौ मैचों में ऐसा नहीं दिखा.
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