प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से कहा कि भारत तुर्की के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है, जहां पर 7.8 तीव्रता के भूकंप के कारण बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि वहां भेजे गए भारतीय बचाव और सहायता दल 'ऑपरेशन दोस्त' के हिस्से के रूप में दिन और रात काम कर रहे हैं. बता दें कि अब तक तुर्की में आए भीषण भूकंप में 21 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
पीएम मोदी ने घायलों को राहत प्रदान करने वाली चिकित्सा विशेषज्ञों की भारतीय सेना की टीम के कुछ वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, "ऑपरेशन दोस्त के तहत हमारी टीमें दिन-रात काम कर रही हैं. वे यह सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना जारी रखेंगे कि अधिकतम जीवन और संपत्ति को बचाया जाए. इस महत्वपूर्ण समय में भारत तुर्की के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है."
Our teams are working day and night as a part of ‘Operation Dost.' They will keep giving their best to ensure maximum lives and property are saved. In this critical time, India stands firmly with the people of Türkiye. https://t.co/FJT9ve4TYj
— Narendra Modi (@narendramodi) February 10, 2023
वीडियो को सबसे पहले विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पोस्ट किया था.
बागची ने एक अन्य ट्वीट में, नूरदगी में अपने काम में जुटी भारत की नेशनल डिजास्टर रेस्पोंस फोर्स की विशेष खोज और बचाव टीमों को दर्शाते कई वीडियो पोस्ट किए हैं.
उन्होंने कहा, "भूकंप राहत प्रयासों को बढ़ाने के लिए अंताक्या में एक और टीम की तैनाती की गई है."
The Indian Army team of medical specialists is on the job 24x7, providing relief to those injured.
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) February 9, 2023
🎥 Some glimpses from the Field Hospital in Iskenderun, Hatay. #OperationDost pic.twitter.com/3hrVP2ZeaM
भारत ने 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत भूकंप प्रभावित तुर्की और सीरिया में एक फील्ड अस्पताल, दवाएं और बचाव दल भेजे हैं.
भूकंप के कारण बड़े पैमाने पर विनाश के बाद देश को फंड मुहैया कराने के लिए तुर्की ने भारत को अपनी उदारता के लिए "दोस्त" कहा है. भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने इसके लिए नई दिल्ली को धन्यवाद दिया और कहा कि "जरूरत में काम आने वाला ही सच्चा दोस्त होता है."
तुर्की और हिंदी में "दोस्त" एक आम शब्द है. तुर्की राजदूत ने कहा कि एक तुर्की कहावत है, "दोस्त करा गुंडे बेली ओलुर" (जरूरत में काम आने वाला ही दोस्त होता है). बहुत बहुत धन्यवाद भारत."
भारत ने पहले दिन ही तुर्की को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री के निर्देशों के बाद नेशनल डिजास्टर रेस्पोंस टीम, चिकित्सा टीमों और राहत सामग्री को तुरंत तुर्की भेजने का फैसला किया था.
दक्षिणी तुर्की और उत्तर-पश्चिम सीरिया में आए भूकंप में शुक्रवार सुबह तक मरने वालों की संख्या 21 हजार के पार पहुंच चुकी थी.
भीषण सर्दी के बीच हजारों लोग बेघर हो गए हैं और भोजन की कमी हो गई है. उनकी पीड़ा को कम करने के लिए दुनिया के एक देश राहत प्रदान करने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
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