
- वॉट्सएप ने 1 महीने में करीब 98.70 लाख अकाउंट्स बैन किया यानी रोजाना औसतन 3 लाख अकाउंट्स बैन किए.
- कुल बैन किए गए अकाउंट्स में 20 फीसदी अकाउंट्स बिना किसी यूजर शिकायत के ही बैन कर दिए गए.
- कंपनी का सिस्टम तीन स्तरों पर काम करता है, इसमें अकाउंट रजिस्ट्रेशन, मैसेजिंग पैटर्न और यूजर फीडबैक शामिल हैं.
वॉट्सएप की ताजा इंडिया मंथली रिपोर्ट (India Monthly Report) बताती है कि ये मैसेजिंग ऐप एक 'हाइटेक वॉचटावर' भी बना हुआ है. जून के महीने में कंपनी ने 98,70,078 अकाउंट्स को बैन किया है. यानी हर दिन औसतन 3 लाख अकाउंट सिस्टम से बाहर कर दिए गए. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से 19,79,225 अकाउंट्स (20%) ऐसे थे, जिन पर यूजर्स की कोई शिकायत आने से पहले ही बैन (proactively ban) कर दिया गया.
सर्विलांस बनाम प्राइवेसी की बहस
इतनी बड़ी तादाद में प्री-एम्पटिव बैन इशारा करता है कि वॉट्सऐप अब यूजर की रिपोर्टिंग पर कम और अपने AI-संचालित मॉनिटरिंग सिस्टम पर ज्यादा भरोसा कर रहा है.
एक ओर वॉट्सएप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन और प्राइवेसी का दावा करता है, वहीं दूसरी ओर इतनी बड़ी कार्रवाई सवाल भी खड़े करती थी. क्या कंपनी पैटर्न्स के अलावा यूजर्स की चैट और ग्रुप एक्टिविटी पर भी AI के जरिए लगातार निगरानी कर रही है? सवाल ये भी है कि किस आधार पर किसी अकाउंट्स को 'संदिग्ध' मानकर ब्लॉक कर दिया जाता है?

हालांकि कंपनी का कहना है कि उसका दुरुपयोग रोकने वाला सिस्टम तीन स्तरों पर काम करता है, अकाउंट रजिस्ट्रेशन, मैसेजिंग पैटर्न और यूजर फीडबैक के आधार पर. कंपनी ने आगे कहा है कि 'रोकथाम' उसका मुख्य फोकस है, क्योंकि हानिकारक गतिविधि होने से पहले रोकना, बाद में उसका पता लगाने से ज्यादा प्रभावी है.
प्लेटफॉर्म ने यूजर सेफ्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा कि कंपनी दुरुपयोग, गलत सूचना और सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन, सेफ्टी टूल और डेडिकेटेड टीम का इस्तेमाल करती है. मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने रिपोर्ट में कहा कि कंपनी साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने और इलेक्शन इंटीग्रिटी की रक्षा के लिए एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर काम करती है.
रिपोर्ट के अहम आंकड़े
- 1 जून से 30 जून 2025 तक की कार्रवाई
- कुल यूजर शिकायतें: 23,596
- शिकायतों पर कार्रवाई: 1,001 अकाउंट्स पर
- सरकारी आदेश पर 11 अकाउंट्स बैन
हर 24वीं शिकायत पर कार्रवाई
रिपोर्ट के अनुसार, यूजर्स की ओर से 23,596 शिकायतें की गईं, जिनमें 1,001 अकाउंट्स पर कार्रवाई हुई. इनमें बैन अपील संबंधित 16,069 शिकायतें थीं, जिनमें 756 पर कार्रवाई हुई. वहीं 350 शिकायतें सेफ्टी से जुड़ी थीं, जिनमें से एक पर भी कार्रवाई नहीं हुई.

सरकार की GAC यानी शिकायत अपीलीय समिति की ओर से 11 अकाउंट्स पर कार्रवाई के आदेश आएं, जिनमें सभी 11 अकाउंट्स बैन किए गए. GAC के 100% पालन से ये भी संकेत मिलता है कि वॉट्सएप अब सरकारी मॉनिटरिंग फ्रेमवर्क के तहत भी कड़ी कार्रवाई करता है.
वॉट्सएप के नए फीचर्स
रिपोर्ट में वॉट्सएप के नए फीचर्स के बारे में भी बताया गया है. कंपनी 'स्टेटस एड्स' और 'प्रमोटेड चैनल' जैसे बिजनेस टूल्स भी ला चुकी है. इनके जरिए कंपनियां अब पेड विज्ञापन सीधे यूजर्स के स्टेटस फीड में डाल सकती हैं, जैसे कि इंस्टाग्राम स्टोरीज में. हालांकि आने वाले समय में इन्फ्लुएंसर्स वॉट्सएप से भी पैसे कमाई कर सकेंगे या नहीं, इस पर कोई फ्रेमवर्क या डिटेल सामने नहीं आई है.
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