न्यूयॉर्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत से ‘आर्थिक संरक्षणवाद' का आशय निकालने की गलती नहीं की जानी चाहिए और भारत सहयोग के लिए तैयार है, लेकिन अपनी शर्तों और अपने रणनीतिक तरीकों से. जयशंकर ने यहां विदेश संबंध परिषद में एक परिचर्चा के दौरान कहा, ‘‘यह आज भारत में एक अंतर है. आज हम आत्मनिर्भर भारत की बात कर रहे हैं. कई लोग इसे गलती से आर्थिक संरक्षणवाद समझ लेते हैं. दरअसल, यह समय है जब हम विदेशी निवेश को आमंत्रित करने और विदेशी प्रौद्योगिकी मांगने में बहुत सक्रिय हैं. सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में हमारे पास प्रोत्साहन योजना है.''