
“हमें देश में विकास को सक्षम बनाना होगा और हमारा मानना है कि आज हम जो कुछ भी बना रहे हैं, वह पर्याप्त नहीं है.”
यह कहना है अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के एमडी करण अदाणी का. उन्होंने यह बात केरल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों शुक्रवार, 2 मई को विझिंजम बंदरगाह के उद्घाटन के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही. भारत के इस पहले ट्रांसशिपमेंट बंदरगाह को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत भारत के सबसे बड़े बंदरगाह डेवलपर और अदाणी समूह का हिस्सा अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) द्वारा विकसित किया गया है.
करण अदाणी ने क्या बताया?
विझिंजम बंदरगाह पर जहाज बुलाने की औसत लागत पर करण अदाणी ने कहा, "यह लगभग 40 डॉलर प्रति बॉक्स है... हमें देश में विकास को बढ़ावा देना होगा और हमारा मानना है कि आज हम जो कुछ भी बना रहे हैं, वह पर्याप्त नहीं है. जब हमने यह (बंदरगाह) बनाया था, तो हर कोई सवाल कर रहा था कि यह भरा जाएगा या नहीं. आज, हम हर महीने लगभग 100 हजार (कंंटेनर) आवाजाही कर रहे हैं..."
" हमारा अंतिम लक्ष्य भारतीय निर्यातकों और आयातकों के लिए शिपिंग लागत को कम करने में मदद करना है... क्योंकि एक बार ऐसा होने पर, वॉल्यूम बढ़ती रहेगी, वैश्विक स्तर पर हमारी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ती रहेगी. इसलिए यह अंतिम लक्ष्य है..."
भारत- मिडिल ईस्ट- यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) पर करण अदाणी ने कहा, "यह एक महान अवसर है. स्वेज नहर आज एक चोक पॉइंट है. यदि एक जहाज खड़ा हो जाता है, तो पूरी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो जाती है. इसलिए, दिन के अंत में, यह सब आत्मनिर्भरता के बारे में है. मुझे लगता है कि IMEC उस वैकल्पिक मार्ग को बनाने के लिए महान अवसरों में से एक है. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह आसान होगा. आपके पास इसमें लगभग चार देश शामिल हैं... हमारे दृष्टिकोण से, जैसा कि एक कंपनी, हमारे पास मुंद्रा है, हमारे पास विझिंजम है, इसलिए हमारे सभी पश्चिमी बंदरगाह IMEC कॉरिडोर के लिए प्रवेश द्वार हो सकते हैं और फिर IMEC कॉरिडोर से बाहर निकल सकते हैं, जो इजरायल में हाइफा है, वह भी हमारे द्वारा संचालित है..."
वहीं बंदरगाह के उद्घाटन के बाद एक ट्वीट में करण अदाणी ने कहा, “एक ऐतिहासिक दिन. इस बंदरगाह को भारत की रणनीतिक और साहसिक समुद्री महत्वाकांक्षाओं के प्रमाण के रूप में खड़ा करने में उनके समर्थन के लिए केंद्र और राज्य सरकारों, और केरल, विशेष रूप से तिरुवनंतपुरम के प्रशासन और लोगों का आभारी हूं.”
A historic day 🙏 Grateful to the Central and State Governments, and the administration and people of Kerala, especially Thiruvananthapuram, for their support in making this port stand as a testament to India's strategic and bold maritime ambitions. https://t.co/9ZBfZP4V0i
— Karan Adani (@AdaniKaran) May 2, 2025
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने बंदरगाह के उद्घाटने के बाद कहा, ‘‘इसे बड़े मालवाहक जहाजों को समायोजित करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है, जो एक महत्वपूर्ण आवश्यकता को पूरा करता है. अब तक, भारत की 75 प्रतिशत ‘ट्रांसशिपमेंट' गतिविधियां विदेशी बंदरगाहों पर की जाती थीं, जिसके परिणामस्वरूप देश को राजस्व का बड़ा नुकसान होता था.. हालांकि, अब इसमें बदलाव आने वाला है. पहले विदेशों में खर्च किए जाने वाले कोष को अब घरेलू विकास में लगाया जाएगा, जिससे विझिंजम और केरल के लोगों के लिए नए आर्थिक अवसर पैदा होंगे, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि देश की संपत्ति सीधे अपने नागरिकों को लाभान्वित करे.''
यह भी पढ़ें: विझिंजम बंदरगाह का PM मोदी ने किया उद्घाटन, जानिए क्यों है देश का गेमचेंजर पोर्ट | Explained
(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं