
- एनडीए ने महाराष्ट्र के वर्तमान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है.
- 20 अक्टूबर 1957 को तिरुप्पुर, तमिलनाडु में जन्मे राधाकृष्णन का पूरा नाम चन्द्रपुरम पोनुस्वामी राधाकृष्णन है.
- वे दक्षिण भारत के पहले OBC नेता हैं, जिन्हें नाॅमिनेट किया गया. उन्हें तमिलनाडु का मोदी कहा जाता है.
CP Radhakrishnan FAQs: बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने अपने उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सीपी राधाकृष्णन के नाम की घोषणा की. बीजेपी अध्यक्ष ने बताया कि संसदीय बोर्ड की बैठक में नए उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार पर मुहर लगी. वो वर्तमान में महाराष्ट्र के 24वें गवर्नर हैं. उनके समर्थक उन्हें 'तमिलनाडु का मोदी' कहकर संबोधित करते हैं. सीपी राधाकृष्णन कौन हैं, कहां से हैं, कितने पढ़े-लिखे हैं, उनका सामाजिक जीवन कैसा रहा है और साथ ही सियासी सफर कैसा रहा है, इन सबके बारे में हम यहां बता रहे हैं.
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?
सीपी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. वो तमिलनाडु से आते हैं. उनका पूरा नाम चन्द्रपुरम पोनुस्वामी राधाकृष्णन है. संघ और बीजेपी से उनका गहरा नाता है. वो 31 जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल पद पर हैं. उनका राजनीतिक करियर करीब 4 दशकों का रहा है.
कब और कहां हुआ था जन्म?
का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तिरुप्पुर, तमिलनाडु में हुआ था. उनके पिता का नाम सीके पोन्नुसामी और माता का नाम के जानकी अम्मल है.

कहां तक पढ़े हैं सीपी राधाकृष्णन?
सीपी राधाकृष्णन ने वीओ चिदंबरम कॉलेज, तूतीकोरिन कॉलेज से ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की है. उनके पास बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री है.
क्या खेल में भी उनकी रुचि रही है?
हां, वे टेबल टेनिस में कॉलेज चैम्पियन रहे हैं, साथ ही लंबी दौड़, क्रिकेट और वॉलीबॉल खेलने का शौक रखते हैं.
कब शुरू हुआ राजनीतिक करियर?
राधाकृष्णन ने 16 वर्ष की आयु में RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और बाद में जनसंघ से भी जुड़े.
राधाकृष्णन लोकसभा चुनाव किस क्षेत्र से जीते हैं?
उन्होंने 1998 और 1999 में तमिलनाडु के कोयंबटूर क्षेत्र से दो बार लोकसभा चुनाव जीता. हालांकि उन्हें तीन बार लोकसभा चुनाव में हार भी झेलनी पड़ी.

राधाकृष्णन का राजनीतिक अनुभव कैसा है?
वे चुनावी, संगठनात्मक और संवैधानिक जिम्मेदारियों में व्यापक अनुभव रखते हैं. उन्होंने महाराष्ट्र, झारखंड, तेलंगाना और पुडुचेरी के राज्यपाल के रूप में भी काम किया है.
राधाकृष्णन की राजनीतिक विशेषताएं क्या हैं?
वे दक्षिण भारत के पहले OBC नेता हैं जिन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकित किया गया है. उन्हें सभी पक्षों में सम्मान मिलता है.
उन्हें कौन-सी विशेष उपाधियां दी गई हैं?
उनके समर्थक उन्हें 'तमिलनाडु के मोदी' के रूप में संबोधित करते हैं. उनकी मां ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन से प्रभावित होकर उनका नाम रखा था कि बेटा एक दिन राष्ट्रपति बनेगा.

अब तक किन पदों पर रहे हैं राधाकृष्णन?
महाराष्ट्र के राज्यपाल से पहले वो झारखंड में राज्यपाल रह चुके (18 फरवरी 2023-30 जुलाई 2024) हैं. साथ ही तेलंगाना में मार्च से जुलाई 2024 तक अतिरिक्त प्रभार की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. वहीं पुदुचेरी में अगस्त 2024 तक उपराज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार) के रूप में काम किया. इन्होंने आरएसएस और जनसंघ से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. साल 1998 और 1999 में कोयम्बटूर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुनकर आए. इसके बाद साल 2003 से 2006 तक तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष भी रहे. सीपी राधाकृष्णन ने भाजपा संगठन में भी अहम भूमिका निभाई है
उनकी उपलब्धियां कौन-कौन सी रही हैं?
वे तमिलनाडु BJP के अध्यक्ष रहे और एक 19,000 किलोमीटर लंबी 'रथ यात्रा' कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने भारतीय नदियों के एकीकरण, आतंकवाद विरोध, समान नागरिक संहिता, अस्पृश्यता खत्म करने और नशीली दवाओं के खिलाफ अभियान चलाया. वो भारत के प्रतिनिधि के तौर पर युक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित कर चुके हैं. की राजनीतिक, प्रशासनिक और सामाजिक उपलब्धियां उन्हें भारत के उपराष्ट्रपति बनने के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार बनानी हैं.
किन देशों की यात्राएं कर चुके हैं राधाकृष्णन?
अपने अब तक के सफर में राधाकृष्णन, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, पुर्तगाल, नॉर्वे, डेनमार्क, सिंगापुर, ताइवान, थाईलैंड, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, स्वीडन, फिनलैंड, बेल्जियम, हॉलैंड, तुर्की, चीन, मलेशिया, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और जापान की यात्राएं कर चुके हैं.
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