शिवपुरी: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) से भटक कर बाहर गई एक मादा चीते की तलाश कर रही वन विभाग की टीम को ग्रामीणों ने गलतफहमी में डकैत समझ लिया और शुक्रवार तड़के उस पर हमला कर दिया, जिसमें तीन वनकर्मी घायल हो गये. यह जानकारी अधिकारियों ने दी.
अधिकारियों ने बताया कि यह घटना केएनपी से सटे शिवपुरी जिले के पोहरी थानाक्षेत्र के बुढ़ाखेड़ा गांव के पास तड़के करीब चार बजे हुई. वनमंडल अधिकारी (डीएफओ) प्रकाश वर्मा ने बताया कि पिछले साल सितंबर में नामीबिया से केएनपी में लाई गई मादा चीता आशा कुछ दिनों से केएनपी क्षेत्र से बाहर घूम रही है. इसकी सतत निगरानी के लिए एक टीम 24 घंटे इसका पता लगाने में लगी हुई है.
उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात पोहरी थानाक्षेत्र के बुढ़ाखेड़ा गांव में इस टीम को इसकी स्थिति का पता चला और वह वहां पहुंची. वर्मा ने बताया कि तड़के करीब चार बजे टीम के सदस्यों को ग्रामीणों ने डकैत समझकर उन्हें भगाने के लिए बंदूक से हवा में गोलियां चलायीं. उन्होंने बताया कि गोलीबारी के बाद भी टीम के सदस्य नहीं भागे तो ग्रामीणों ने चारों ओर से घेर कर उन पर हमला कर दिया. उन्होंने बताया कि इस हमले में तीन वनकर्मी घायल हो गए हैं और इस हमले में शासकीय वाहन को भी क्षति पहुंचाई गई है. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत पोहरी पुलिस थाने में दर्ज करा दी गई है.
वहीं, पोहरी थाना प्रभारी अरविंद सिंह ने बताया, ‘‘चीता का पीछा करने के दौरान गांव बुढाखेड़ा में आई वन विभाग की टीम पर ग्रामीणों द्वारा पथराव किए जाने और शासकीय वाहन तोड़े जाने की शिकायत सामने आई है. मामले में कार्रवाई की जा रही है और हमलावरों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं.''
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