हिरासत में लिए गए युवकों की पिटाई किए जाने के वायरल वीडियो मामले में नया मोड़ आया है. पूरे मामले में यू-टर्न लेते हुए उत्तर प्रदेश के सहारनपुर एसपी राजेश कुमार ने कहा है कि वो वीडियो की सत्यता को जानने के लिए जांच करा रहे हैं. अगर वीडिया सही पाया गया तो आरोपियों के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी. एसपी का ये बयान आश्चर्यजनक है क्योंकि वे कल तक ये मानने को तैयार ही नहीं थे कि ऐसी कोई घटना हुई है. उन्होंने कहा था कि हमें नहीं पता कि वीडियो कहां का है, अगर हमें इस संबंध में कोई शिकायत मिलती है तो हम देखते हैं कि आगे क्या किया जा सकता है."
सत्यता जानने के लिए जांच जारी
एसएसपी आकाश तोमर ने पूरे मामले में बताया, " सिटी एसपी वीडियो की सत्यता जानने के लिए जांच करा रहे हैं ताकि अगर जरूरत हो तो पूरे मामले में कार्रवाई की जा सके." दरअसल, बीते शक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा की घटना के बाद यूपी बीजेपी के एक विधायक ने ट्विटर पर पुलिस द्वारा बेरहमी से युवकों कि पिटाई का वीडियो शेयर कर कहा था, " दंगाइयों को रिटर्न गिफ्ट."
इधर, मामले में सहारनपुर एसपी राजेश कुमार ने कहा था कि मामले में किसी प्रकार की कोई जांच नहीं की जा रही है, क्योंकि किसी ने अब तक शिकायत दर्ज नहीं कराई है. बता दें कि ट्विटर पर शेयर किए गए वीडियो में दिख रहा है कि नौ युवक दो सिपाहियों की ओर से दनादन बरसाई जा रही लाठी से बचने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही उनसे छोड़ देने की गुहार लगा रहे हैं.
कई जिलों में हुए थे हिंसक झड़प
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर शिकंजा कसने के दो दिन बाद ये वीडियो वायरल हो गया था. दरअसल, निलंबित बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मुहम्मद और इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक और सांप्रदायिक टिप्पणी करने के बाद यूपी के कई जिलों में हिंसक झड़प हुए थे. मामले में पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया था. इसके बाद ही ये वीडियो सामने आया है.
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