खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके साथियों की तलाश को लेकर ऊधमसिंह नगर जिले की पुलिस ‘अलर्ट' है. एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के बाद राज्य पुलिस विशेषकर जिले की नेपाल से लगी सीमा और उत्तर-प्रदेश से लगे रामपुर, पीलीभीत और बरेली जिले की सीमाओं पर सघन जांच अभियान चला रही है. हर आने-जाने वाले सरकारी और निजी वाहनों की जांच की जा रही है तथा धार्मिक स्थलों पर भी निगाह रखी जा रही है.
पुलिस अधीक्षक (नगर) मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे धार्मिक स्थलों एवं वाहनों की तलाशी का अभियान चलाया जा रहा है. नेपाल सीमा पर भी आने-जाने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है.
कुमाऊं परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि पुलिस लगातार उत्तराखंड के उत्तर प्रदेश से लगे क्षेत्रों और नेपाल सीमा पर जांच कर रही है तथा अमृतपाल तथा उसके सहयोगियों के पोस्टर चस्पा कर लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि अमृतपाल की तलाश में पुलिस सत्यापन अभियान भी चला रही है. इसके अलावा, फरार अमृतपाल सिंह और उसके साथियों के पोस्टर भी जारी कर जगह-जगह चस्पा कर दिए गए हैं.
गौरतलब है कि सिखों की खासी जनसंख्या को देखते हुए ऊधम सिंह नगर जिले के तराई क्षेत्र को ‘मिनी पंजाब' भी कहा जाता है. जब पंजाब में आतंकवादी गतिविधियां चरम पर थी तो वहां से भाग कर कई ‘दुर्दांत आतंकवादियों' ने यहां अपने रिश्तेदारों के यहां शरण ली थी.
पंजाब पुलिस को आशंका है कि अमृतपाल यहां शरण लेकर नेपाल या किसी दूसरे देश में भाग सकता है और इसी के मद्देनजर उसने उत्तराखंड पुलिस को सतर्क किया है.
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