अमेरिकी नागरिकता एवं आव्राजन सेवा (यूएससीआईएस) ने कहा है कि अमेरिका सफल एच1बी वीजा आवेदकों के लिए दूसरी लॉटरी का आयोजन करेगा. इस फैसले से सकड़ों भारतीय आईटी पेशेवरों को दूसरा मौका मिलेगा, जो पहले चयन में एच1बी वीजा नहीं पा सके थे.
US Citizenship and Immigration Services (USCIS) ने कहा कि इस साल की शुरुआत में आयोजित एच-1बी वीजा के लिए कम्प्यूटरीकृत ड्रॉ के दौरान उन्हें कांग्रेस से मंजूरी प्राप्त एच-1बी वीजा की पर्याप्त संख्या नहीं मिली थी. इसलिए दूसरे ड्रॉ का फैसला किया गया है.
एच1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है जिसकी मदद से अमेरिकी कंपनियां सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की जरूरत वाले विशिष्ट पेशों में विदेशी कर्मियों को नौकरियों पर रखती हैं. प्रौद्योगिकी कंपनियां हर साल भारत और चीन जैसे देशों से हजारों लोगों को नियुक्त करने के लिए इस वीजा पर निर्भर करती है.
यूएससीआईएस ने एक बयान में कहा, ‘‘हमने हाल में तय किया कि हमें वित्त वर्ष 2022 के संख्यात्मक आवंटन तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त पंजीकरण को चयनित करने की जरूरत है.'' नए ड्रॉ के लिए आवेदन दो अगस्त से तीन नवंबर तक किए जा सकेंगे.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं