विज्ञापन

यूपी बीजेपी को 12 दिसंबर को मिल सकता है नया प्रदेश अध्यक्ष, ये दावेदार हैं लिस्ट में

UP BJP Adhyaksh Name: उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए लंबे समय से कवायद चल रही थी. अब इसकी घड़ी नजदीक आ गई है. 12 दिसंबर को इसकी घोषणा हो सकती है.

यूपी बीजेपी को 12 दिसंबर को मिल सकता है नया प्रदेश अध्यक्ष, ये दावेदार हैं लिस्ट में
UP BJP President Election
  • उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव के लिए प्रांतीय परिषद के 327 सदस्यों का चयन पूरा कर लिया गया है
  • केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को यूपी चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है और वे जल्द लखनऊ पहुंचेंगे
  • नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा संभवतः16 दिसंबर से पहले की जाएगी क्योंकि उस दिन से खरमास शुरू हो जाता है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
लखनऊ:

UP BJP News: यूपी बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव के लिए तैयारी पूरी हो गई है. चुनाव के लिए आवश्यक प्रांतीय परिषद के सदस्य चुन लिए गए हैं. 403 विधानसभा सीटों में से 327 सदस्य चुन लिए गए हैं. प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में प्रांतीय परिषद के सदस्य वोट डालते हैं.98 में से 84 संगठन जिलों के चुनाव भी संपन्न हुए हैं. अब किसी भी समय प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा की जा सकती है.केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को उत्तर प्रदेश के लिए चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है.उनके लखनऊ पहुंचने पर नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा होगी.संभावना है कि सोलह दिसंबर से पहले घोषणा हो जाए. 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है जो 14 जनवरी तक चलेगा. इस दौरान बीजेपी में बड़े काम न करने की परंपरा है.

बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,  12 दिसंबर को यूपी बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल सकता है. पीयूष गोयल कल शाम को लखनऊ आ सकते है और परसों सुबह नामांकन की औपचारिकता पूरी कर नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का एलान दोपहर बाद कर दिया जाएगा.संभावित दावेदारों में पूर्व केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, दलित नेता विद्यासागर सोनकर, पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का भी नाम है. निरंजन ज्योति ने कुछ दिनों पहले नड्डा से मुलाकात भी की थी.

ये भी पढ़ें - क्या यूपी में बीजेपी महिला को सौंपेगी प्रदेश अध्यक्ष की कमान, नड्डा से मिलीं निरंजन ज्योति, 2027 चुनाव के पहले बड़ा दांव

आगरा और इटावा से लोकसभा सांसद रहे रामशंकर कठेरिया का नाम भी संभावितों की सूची में बताया जा रहा है. यूपी में दलितों की आबादी करीब 21 फीसदी है और 2027 विधानसभा चुनाव के पहले दलित या ओबीसी पर दोबारा दांव खेल सकती है. ऐसे में कठेरिया पर पार्टी दांव लगा सकती है. बीजेपी 2027 विधानसभा चुनाव के पहले समाजवादी पार्टी के PDA फार्मूले की काट के तौर पर भी पिछड़ा वर्ग या दलित वर्ग के किसी नेता को प्रदेश की कमान सौंप सकती है. 

हालांकि अगर निरंजन ज्योति की बात की जाए तो पिछड़ा वर्ग की मल्लाह जाति से आने के साथ वो महिला भी हैं. ऐसे में महिला कार्ड भी भाजपा चल सकती है. बिहार, बंगाल, झारखंड से लेकर तमाम राज्यों के विधानसभा चुनाव में महिला वोटर गेमचेंजर के तौर पर सामने आई हैं. ऐसे में निरंजन ज्योति को भी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है. उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के इतिहास की बात करें तो अभी तक कभी किसी महिला को प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया गया है.

ये भी पढ़ें- कौन संभालेगा यूपी में बीजेपी की कमान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की दौड़ में आगे ये चेहरे, जानें किसमें कितना दमखम

उत्तर प्रदेश में दो उप मुख्यमंत्री हैं, जिनमें डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ब्राह्मण वर्ग और केशव प्रसाद मौर्य ओबीसी समाज से आते हैं. जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ क्षत्रिय समाज से आते हैं. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com