- यूपी के गोरखपुर में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा का अनावरण किया गया.
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिमा का अनावरण कर फूलों की माला पहनाकर जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी.
- बिपिन रावत की चौथी पुण्यतिथि पर उनकी स्मृति में गोरखपुर के सैनिक स्कूल में एक सभाकक्ष का उद्घाटन भी किया गया.
उत्तर प्रदेश में आज देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ रहे जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा का अनावरण किया गया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने हाथों से उनकी प्रतिमा का अनावरण कर उनको फूलों की माला पहनाकर श्रद्धांजलि दी. बता दें कि बिपिन रावत की याद में यह प्रतिमा गोरखपुर में बनाई गई है. बिपिन रावत की स्मृति में बने एक सभागार का भी उद्घाटन किया गया.
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VIDEO | Gorakhpur : Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath inaugurated an auditorium built in memory of the country's first Chief of Defence Staff, General Bipin Rawat, and unveiled his statue at the Sainik School, earlier today. pic.twitter.com/tr76GFJWqO
— Press Trust of India (@PTI_News) December 9, 2025
CDS बिपिन रावत की चौथी पुण्यतिथि
बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर 2021 को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई थी. गोरखपुर में उनकी प्रतिमा का अनावरण जनरल बिपिन रावत की चौथी पुण्यतिथि पर किया गया. यहां एक सैनिक स्कूल में उनके नाम पर सभाकक्ष भी बनाया गया है.

सिकंदर को महान क्यों कहें, जनरल बिपिन रावत को क्यों नहीं?
मुख्यमंत्री योगी ने बिपिन रावत की प्रतिमा के अनावरण के बाद कहा कि विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन करने वाले लोग ‘गुलामी की सोच' से ग्रस्त हैं और ऐसे हमलावर कभी भारत के आदर्श नहीं हो सकते. उन्होंने पूछा कि हमें सिकंदर को महान क्यों कहना चाहिए? महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, गुरु गोबिंद सिंह जी, पृथ्वीराज चौहान या जनरल बिपिन रावत को क्यों नहीं.

विदेशी हमलावर हमारे आदर्श नहीं हो सकते
सीएम योगी ने कहा कि हमारे नायक, हमारे बहादुर सैनिक और परमवीर चक्र विजेता हैं. विदेशी हमलावर हमारे लिए कभी महान या आदर्श नहीं हो सकते. भारतीय उपलब्धियों की कीमत पर विदेशी विचारों की प्रशंसा करना ‘औपनिवेशिक सोच' है और इसे खत्म करना होगा. उन्होंने तीसरे संकल्प ‘सुरक्षा बलों का सम्मान' का जिक्र करते हुए कहा कि सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बल देश की सुरक्षा के लिए निरंतर काम करते हैं.
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