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चीन और जापान के विवाद में कूदा एक और देश, परमाणु बम बरसाने वाले 7 फाइटर जेट भेजकर मचाया हड़कंप

Japan China Military Tension: जापान और चीन के बीच की तल्खी का असर साउथ कोरिया तक देखने को मिल रहा है. साउथ कोरिया की सेना ने भी कहा कि उसने एयर स्पेस में चीन और उस तीसरे देश के फाइटर जेट अवैध रूप से उड़ान भर रहे हैं.

चीन और जापान के विवाद में कूदा एक और देश, परमाणु बम बरसाने वाले 7 फाइटर जेट भेजकर मचाया हड़कंप
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और जापानी प्रधान मंत्री साने ताकाची
  • चीन और रूस के फाइटर जेट्स ने जापान सागर से पूर्वी चीन सागर तक संयुक्त लंबी दूरी की उड़ान भरी है
  • जापान ने रूसी और चीनी वायु सेनाओं की गतिविधियों की निगरानी के लिए अपने फाइटर जेट तैनात किए हैं
  • जापान ने कहा कि यह संयुक्त अभियान जापान के खिलाफ ताकत दिखाने का प्रयास है, राष्ट्रीय सुरक्षा चिंता का विषय है
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चीन और जापान के बीच तनाव चरम पर है और इस बीच तीसरे प्लेयर की भी एंट्री हो गई है. अब चीन का साथ देने के लिए रूसी फाइटर जेट आ गए हैं. जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि रूस के न्यूक्लियर बम बरसाने की क्षमता रखने वाले दो TQ-95 विमान और चीन के H-6 बॉम्बर्स ने जापान सागर से पूर्वी चीन सागर की ओर उड़ान भरी है. रूस और चीन के ये 4 फाइटर जेट प्रशांत क्षेत्र में "लंबी दूरी की संयुक्त उड़ान" भर रहे हैं. अब जापान ने रूसी और चीनी वायु सेनाओं की निगरानी के लिए अपने फाइटर जेट को तैनात किया है.

खास बात है कि रूस और चीन के सिर्फ ये 4 फाइटर जेट उड़ान नहीं भर रहे हैं. जापान की ओर से कहा गया है कि जापान के ओकिनावा और मियाको द्वीपों के बीच एक राउंड-ट्रिप उड़ान भरते समय चार चीनी जे-16 फाइटर जेट बॉम्बर्स भी इनके साथ शामिल हो गए. दोनों द्वीपों के बीच के समंदर को अंतर्राष्ट्रीय जल के माना जाता है.

एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि जापान ने ठीक उसी समय जापान सागर में एक साथ रूसी वायु सेना की गतिविधि का भी पता लगाया है, जिसमें एक अर्ली-वॉर्निंग विमान A-50 और दो SU-30 फाइटर जेट शामिल हैं. जापानी रक्षा मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी ने बुधवार को X पर एक पोस्ट में कहा कि रूस और चीन की तरफ से यह संयुक्त अभियान "स्पष्ट रूप से हमारे देश (जापान) के खिलाफ ताकत दिखाने के इरादे से किया गया था, जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है."

कोइज़ुमी ने कहा कि जापान के फाइटर जेट्स ने अपने आसमां की रक्षा के उपायों को सख्ती से लागू किया है.

खास बात है कि रूस की न्यूज एजेंसियों ने भी पुतिन के रक्षा मंत्रालय का हवाला देते हुए बताया कि जापान के पास रूस और चीन ने साथ मिलकर आठ घंटे तक उड़ान भरी है. इतना ही नहीं साउथ कोरिया की सेना ने भी मंगलवार को कहा कि सात रूसी विमान और दो चीनी विमान उसके वायु रक्षा क्षेत्र में घुस आये हैं.

जापान और चीन के बीच में बढ़ा है तनाव

जापान ने रविवार को कहा कि चीन के फाइटर जेट्स ने जापान के सैन्य विमानों पर लगे रडार को निशाना बनाया था. वहीं चीन ने इसे झूठ बताया था. दरअसल जापान के पास चीन की बढ़ती सैन्य कार्रवाइयां जापानी प्रधान मंत्री साने ताकाची की पिछले महीने की टिप्पणी के बाद हुई हैं. उन्होंने कहा था कि जापान ताइवान के खिलाफ किसी भी चीनी सैन्य कार्रवाई का जवाब दे सकता है क्योंकि उससे जापान की सुरक्षा को भी खतरा है.

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