उसे महिलाओं से नफरत थी. वो अकेला घूमता रहता था. अपने से ज्यादा उम्र की महिलाओं को फंसाता था. थोड़ी बहुत जान-पहचान होने पर सेक्स करने की मांग रख देता. इनकार करने वाली महिला का उसी की साड़ी के पल्लू या दुपट्टे से गला दबा देता. उसके बाद लाश को किसी सूनसान जगह, झाड़ी या खेत में फेंक देता. फिर दूसरे शिकार की तलाश में निकल पड़ता. पिछले 13 महीनों में इस साइको किलर ने 9 महिलाओं को टारगेट कर उनकी हत्याएं की. पुलिस ने गुरुवार को उसे उसी इलाके से गिरफ्तार किया. ये मामला उत्तर प्रदेश के बरेली जिले का है. शाही थाना क्षेत्र से गिरफ्तार हुए साइको किलर ने पुलिस की पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उसने बताया कि उसे औरतों से नफरत थी. उन्हें मारकर उसे मज़ा आता था.
आइए जानते हैं महिलाओं से क्यों नफरत करता था ये साइको किलर? गला दबाकर ही क्यों करता था मर्डर? पुलिस ने कैसे इस साइको किलर को पकड़ा:-
पहले मामला जान लीजिए
बरेली जिले के शाही और शीशगढ़ इलाके में पिछले 13 महीनों में 9 महिलाओं की हत्या की गई थी. हत्या का पैटर्न एक समान था. सभी महिलाओं का साड़ी या दुपट्टे से गला घोंटा गया था. लाशें झाड़ियों या खेत से बरामद हुए थे. हत्या की गई सभी महिलाओं की उम्र 45 साल से 55 साल के बीच थी.
कब-कब हुई हत्याएं?
पिछले साल 5 जून शाही गांव में कलावती, 19 जून को शाही रोड किनारे धनवती, 30 जून को शाही के आनंदपुर में प्रेमवती, 22 जून को खजुरिया गांव में कुसुमा, 23 अगस्त ज्वालापुर में वीरवती, 31 अक्टूबर को लखीमपुर में 60 साल की महिला, 20 नवबंर को खरसैनी गांव में दुलारो देवी. 26 नवंबर को जगदीशपुर गांव में उर्मिला. सभी की हत्या करने का तरीका एक जैसा था.
हत्या की वारदात बरेली के एक ही क्षेत्र में कुछ दिनों बाद-बाद हो रही थीं. इसलिए पुलिस को सीरियल किलिंग का शक हुआ और इसी एंगल से जांच शुरू की गई.
कौन है आरोपी?
पुलिस के मुताबिक, आरोपी की पहचान कुलदीप के तौर पर हुई. कुलदीप गंगवार नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव बाकरगंज समुआ का रहने वाला है. उसकी उम्र 40 साल के आसपास बताई जा रही है. उनसे अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है.
आरोपी को महिलाओं से क्यों है नफरत?
पुलिस ने जांच के दौरान कुलदीप का बैकग्राउंड भी चेक किया. जांच में पता चला कि उसकी एक सौतेली मां थी, जो उसे बचपन में बहुत प्रताड़ित करती थी. बात-बात पर डांट लगाती और गलती करने पर गला पकड़ लेती थी. इस वजह से बचपन से ही कुलदीप मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा था. उसे गलत आदतें पड़ गई थीं. जब उसकी शादी हुई, तो वो अपनी पत्नी के साथ भी हिंसक बर्ताव करता था. अपनी सौतेली मां का गुस्सा पत्नी पर निकालता था. उसकी गलत हरकतों की वजह से उसकी बीवी भी उसे छोड़कर चली गई. जिसके बाद उसे महिलाओं को लेकर एक कुंठा होने लगी. इसके बाद वो महिलाओं को टारगेट करने लगा था. वह महिलाओं को अपने झांसे में फंसाता. फिर उनसे जबरदस्ती करने की कोशिश करता. नाकाम रहने पर गला घोंटकर महिलाओं को मौत के घाट उतार देता था.
न साइकिल न मोबाइल, पैदल करता था शिकार
पुलिस के मुताबिक, आरोपी कुलदीप कुमार के पास न तो साइकिल है और न कोई बाइक. उसके पास फोन भी नहीं है. वो पैदल ही अपना शिकार करता था. वह खासकर अकेली महिलाओं को टारगेट करता था. मोबाइल इस्तेमाल न करने की वजह से पुलिस को उसे ट्रेस करने में समय लगा.
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पुलिस ने कैसे साइको किलर को किया गिरफ्तार?
इस साइको किलर को कैसे गिरफ्तार किया गया, इसे लेकर बरेली के SSP अनुराग आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी.
SSP ने साइको किलर को पकड़ने के लिए एक वॉर रूम बनाने का निर्देश दिया था. इसके साथ ही 'ऑपरेशन तलाश' की शुरुआत हुई. आरोपी की तलाश के लिए बरेली के सभी थानों से कुछ पुलिस वालों को चुना गया. कुल 22 टीमें बनाई गईं. करीब तीन महीने से इस ऑपरेशन में पुलिस ने लगभग 150 जगह दबिश दी. इस दौरान सर्विलांस टीम ने 1.5 लाख मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया.
25 KM एरिया के 1500 CCTV फुटेज खंगाले
बरेली के जिन इलाकों में महिलाओं की हत्याएं हुई थीं. उसे क्राइम स्पॉट मानते हुए करीब 25 किलोमीटर के एरिया में साइको किलर की तलाश शुरू की गई. पुलिस ने इस एरिया के 1500 CCTV फुटेज खंगाल लिए. इस दौरान संदिग्ध जगहों पर 600 नए कैमरे भी लगवाए गए. सादी वर्दी में पुलिस भी तैनात की गई थी.
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मुंबई के स्पेशलिस्ट की ली गई मदद
बरेली पुलिस ने सीरियल किलिंग के केस को सुलझाने के लिए यहां तक कि मुंबई में इस तरह की वारदात को सॉल्व करने वाले स्पेशलिस्ट की मदद ली. एक क्लीनिकल साइकोलॉजी के एक्सपर्ट की भी राय ली गई. इन सबके बीच जांच टीम को यह पता चला कि बरेली के शाही पुलिस स्टेशन एरिया इस साइको किलर का सेंटर पॉइंट है. फिर पुलिस ने अपनी जांच शाही पुलिस स्टेशन पर फोकस कर लिया. पुलिस ने शक के दायरे में महिलाओं को भी रखा था. लिहाजा इस एरिया में सादी वर्दी में महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात कर दिया गया.
3 दिन पहले जारी किए गए थे स्केच
आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने 3 दिन पहले संदिग्धों के 3 स्कैच जारी किए थे. इनमें से एक स्कैच कुलदीप का था. एक मुखबिर की सूचना पर आरोपी को अरेस्ट किया गया.
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