फाइल फोटो
नई दिल्ली:
तीन घंटे तक चली बैठक के बाद आखिरकार सेन्ट्रल ट्रेड यूनियन के नेताओं ने 2 सितंबर को देशभर में एक दिन की हड़ताल पर जाने के प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगा दी। इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस के अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी ने बैठक के बाद ऐलान किया, " यह तय किया गया है कि देश भर में 2 सितंबर को एक दिन की हड़ताल होगी, क्योंकि हमारी मांगों पर सरकार की तरफ से कोई साफ आश्वासन हमें नहीं मिला।"
इससे पहले बैठक में भारतीय मजदूर संघ यानी बीएमएस के अध्यक्ष बैजनाथ राय ने प्रस्ताव रखा कि 2 सितंबर को हड़ताल पर जाने के फैसले को टाल दिया जाए, क्योंकि सरकार के साथ अच्छी बातचीत चल रही है। बैजनाथ राय ने एनडीटीवी से कहा, "हमने बैठक में सभी मजदूर संगठनों के नेताओं से अपील की है कि वे 2 सितंबर पर हड़ताल पर जाने के फैसले पर आगे न बढ़ें। अब हम शनिवार को भारतीय मजदूर संघ के नेताओं के साथ सलाह-मशवरे के बाद इस बारे में आखिरी फैसला करेंगे कि हम 2 सितंबर को हड़ताल में शामिल होंगे या नहीं।"
सीटू के महासचिव तपन सेन ने बीएमएस के रुख पर कहा, "हमने उनसे हड़ताल में शामिल होने की अपील की है। अगर बीएमएस हड़ताल में शामिल नहीं होती है तो हमें दुख होगा। बीएमएस नेताओं की कल बैठक हो रही है जिसमें वे हमारे हड़ताल में शामिल होने की अपील पर विचार करेंगे।" जबकि एटक के महासचिव गुरुदास दासगुप्ता ने कहा कि बीएमएस अगर 2 सितंबर के हड़ताल में शामिल नहीं होती है तो मजदूर संगठनों को नुकसान होगा लेकिन उन्हें उम्मीद है कि वे सबके साथ रहेंगे।
गौरतलब है कि बुधवार और गुरुवार को केंद्र सरकार ने मजदूर संगठनों के नेताओं के साथ उनकी मांगों पर लंबी बैठकें कीं। सरकार ने न्यूनतम मजदूरी और दूसरे मसलों पर नए प्रस्ताव उनके सामने रखे, लेकिन उन्हें हड़ताल पर जाने से रोकने में सरकार नाकाम रही।
इससे पहले बैठक में भारतीय मजदूर संघ यानी बीएमएस के अध्यक्ष बैजनाथ राय ने प्रस्ताव रखा कि 2 सितंबर को हड़ताल पर जाने के फैसले को टाल दिया जाए, क्योंकि सरकार के साथ अच्छी बातचीत चल रही है। बैजनाथ राय ने एनडीटीवी से कहा, "हमने बैठक में सभी मजदूर संगठनों के नेताओं से अपील की है कि वे 2 सितंबर पर हड़ताल पर जाने के फैसले पर आगे न बढ़ें। अब हम शनिवार को भारतीय मजदूर संघ के नेताओं के साथ सलाह-मशवरे के बाद इस बारे में आखिरी फैसला करेंगे कि हम 2 सितंबर को हड़ताल में शामिल होंगे या नहीं।"
सीटू के महासचिव तपन सेन ने बीएमएस के रुख पर कहा, "हमने उनसे हड़ताल में शामिल होने की अपील की है। अगर बीएमएस हड़ताल में शामिल नहीं होती है तो हमें दुख होगा। बीएमएस नेताओं की कल बैठक हो रही है जिसमें वे हमारे हड़ताल में शामिल होने की अपील पर विचार करेंगे।" जबकि एटक के महासचिव गुरुदास दासगुप्ता ने कहा कि बीएमएस अगर 2 सितंबर के हड़ताल में शामिल नहीं होती है तो मजदूर संगठनों को नुकसान होगा लेकिन उन्हें उम्मीद है कि वे सबके साथ रहेंगे।
गौरतलब है कि बुधवार और गुरुवार को केंद्र सरकार ने मजदूर संगठनों के नेताओं के साथ उनकी मांगों पर लंबी बैठकें कीं। सरकार ने न्यूनतम मजदूरी और दूसरे मसलों पर नए प्रस्ताव उनके सामने रखे, लेकिन उन्हें हड़ताल पर जाने से रोकने में सरकार नाकाम रही।
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