फाइल फोटो
हैदराबाद:
यहां मामला एक चैंपियन और दो राज्यों का था. इसलिए ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली पीवी सिंधु जब सोमवार को हैदराबाद पहुंची तो तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मंत्रियों के बीच उनका स्वागत करने के लिए होड़ मच गई. यानी दोनों तरफ से पुरस्कारों की वर्षा शुरू हो गई. आंध्र प्रदेश ने तीन करोड़ रुपये का नकद ईनाम देने की घोषणा की तो तेलंगाना ने पांच करोड़ देने की घोषणा कर दी. दोनों राज्यों की तरफ से जॉब का ऑफर भी दिया गया. होड़ के चक्कर में चूक भी हो गई.
सुबह से ही 21 वर्षीय सिंधु के इंतजार में खड़े जब तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री महमूद अली ने किसी भी कीमत पर आंध्र प्रदेश से आगे निकलने की होड़ में कहा, ''हम सिंधु को कोचिंग के लिए विदेशी कोच उपलब्ध कराने की योजना बना रहे हैं ताकि वह अगली बार गोल्ड मेडल ला सके.''
सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद ने विनम्रतापूर्वक दोनों राज्यों का आभार प्रकट करते हुए प्रेस कांफ्रेंस में कहा, कि राज्यों में होड़ को लेकर व्यर्थ का विवाद गैरजरूरी है और ''सिंधु भारत से ताल्लुक रखती है.'' गोपीचंद अपनी बेहद उच्च कोटि की ट्रेनिंग के लिए जाने जाते हैं. उनकी कोचिंग में दो ही पीवी सिंधु और साइना नेहवाल ओलिंपिक मेडल पाने में कामयाब रहे.
सिंधु के माता-पिता वॉलीवाल खिलाड़ी रहे हैं. तेलंगाना से ताल्लुक रखने वाले सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने इस मसले पर विनम्रतापूर्वक आभार प्रकट करते हुए कहा, ''हमें खुशी है कि दोनों ही राज्य उसे अपनी बेटी कह रहे हैं.''
सिंधु की मां पी विजया आंध्र प्रदेश से ताल्लुक रखती हैं. उन्होंने इस मसले पर जोड़ा, ''इसमें कोई शक नहीं कि वह दोनों ही राज्यों की तेलुगु भाषी लड़की है लेकिन वह सबसे पहले भारत की बेटी है.''
हैदराबाद में जश्न का आयोजन प्रमुख रूप से तेलगांना सरकार की अगुआई में किया गया. इसके लिए मुंबई से विशेष डबल डेकर बस बुलाई गई. उसमें विजयी जुलूस स्टेडियम तक निकाला गया. उस बस में सिंधु और गोपीचंद के साथ तेलंगाना के परिवहन मंत्री महेंद्र रेड्डी मौजूद थे. सड़क किनारे खड़े हजारों लोगों ने सिंधु पर फूलों की बरसात कर उनका स्वागत किया. स्टेडियम में नाच, गानों और नारों का दौर चला.
पिछले रात ब्राजील से 33 घंटे की यात्रा के बाद दोनों सोमवार को यहां पहुंचे. दिन भर के व्यस्त कार्यक्रम के बाद शाम को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और गवर्नर ईएसएल नरसिम्हन से मुलाकात हुई.
शुक्र है कि थके-मादे ये स्टार अब मंगलवार को विजयवाड़ा जाएंगे. जहां आंध्र प्रदेश सरकार का एयरपोर्ट से स्टेडियम तक विजय जुलूस निकालने की योजना है. उन्होंने वादा किया है कि स्वागत समारोह हैदराबाद से भी बेहतर होगा और एक लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है.
सुबह से ही 21 वर्षीय सिंधु के इंतजार में खड़े जब तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री महमूद अली ने किसी भी कीमत पर आंध्र प्रदेश से आगे निकलने की होड़ में कहा, ''हम सिंधु को कोचिंग के लिए विदेशी कोच उपलब्ध कराने की योजना बना रहे हैं ताकि वह अगली बार गोल्ड मेडल ला सके.''
सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद ने विनम्रतापूर्वक दोनों राज्यों का आभार प्रकट करते हुए प्रेस कांफ्रेंस में कहा, कि राज्यों में होड़ को लेकर व्यर्थ का विवाद गैरजरूरी है और ''सिंधु भारत से ताल्लुक रखती है.'' गोपीचंद अपनी बेहद उच्च कोटि की ट्रेनिंग के लिए जाने जाते हैं. उनकी कोचिंग में दो ही पीवी सिंधु और साइना नेहवाल ओलिंपिक मेडल पाने में कामयाब रहे.
सिंधु के माता-पिता वॉलीवाल खिलाड़ी रहे हैं. तेलंगाना से ताल्लुक रखने वाले सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने इस मसले पर विनम्रतापूर्वक आभार प्रकट करते हुए कहा, ''हमें खुशी है कि दोनों ही राज्य उसे अपनी बेटी कह रहे हैं.''
सिंधु की मां पी विजया आंध्र प्रदेश से ताल्लुक रखती हैं. उन्होंने इस मसले पर जोड़ा, ''इसमें कोई शक नहीं कि वह दोनों ही राज्यों की तेलुगु भाषी लड़की है लेकिन वह सबसे पहले भारत की बेटी है.''
हैदराबाद में जश्न का आयोजन प्रमुख रूप से तेलगांना सरकार की अगुआई में किया गया. इसके लिए मुंबई से विशेष डबल डेकर बस बुलाई गई. उसमें विजयी जुलूस स्टेडियम तक निकाला गया. उस बस में सिंधु और गोपीचंद के साथ तेलंगाना के परिवहन मंत्री महेंद्र रेड्डी मौजूद थे. सड़क किनारे खड़े हजारों लोगों ने सिंधु पर फूलों की बरसात कर उनका स्वागत किया. स्टेडियम में नाच, गानों और नारों का दौर चला.
पिछले रात ब्राजील से 33 घंटे की यात्रा के बाद दोनों सोमवार को यहां पहुंचे. दिन भर के व्यस्त कार्यक्रम के बाद शाम को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और गवर्नर ईएसएल नरसिम्हन से मुलाकात हुई.
शुक्र है कि थके-मादे ये स्टार अब मंगलवार को विजयवाड़ा जाएंगे. जहां आंध्र प्रदेश सरकार का एयरपोर्ट से स्टेडियम तक विजय जुलूस निकालने की योजना है. उन्होंने वादा किया है कि स्वागत समारोह हैदराबाद से भी बेहतर होगा और एक लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है.
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