संसद में गिफ्ट और कैश के बदले सवाल पूछने (Cash For Query) के आरोप के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) को करारा झटका लगा है. इस मामले में रियल एस्टेट कारोबारी दर्शन हीरानंदानी (Darshan Hiranandani) सरकारी गवाह बन गए हैं. उन्होंने कबूल किया है कि उन्होंने पीएम मोदी को निशाना बनाने के लिए अदाणी को टारगेट किया था. इसके लिए महुआ मोइत्रा ने मदद की थी. उन्होंने अपने लोकसभा अकाउंट का लॉग-इन आईडी और पासवर्ड दिया था. हीरानंदानी ने ये भी स्वीकार किया कि मोदी (PM Narendra Modi और अदाणी (Adani group ) को बदनाम करने में महुआ मोइत्रा लगातार राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के संपर्क में थीं. महुआ मोइत्रा पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से लोकसभा सांसद हैं.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को मोइत्रा के खिलाफ संसदीय विशेषाधिकार के उल्लंघन के गंभीर आरोपों के साथ एक शिकायत सौंपी थी. जिसके बाद एथिक्स कमेटी ने जांच की. अब हीरानंदानी ने सरकारी गवाह बनकर शपथ पत्र दाखिल कर दिया है.
महुआ ने दिया था लोकसभा अकाउंट का लॉगइन आईडी और पासवर्ड
महुआ मोइत्रा के केस में दर्शन हीरानंदानी ने कहा, "महुआ मोइत्रा ने मुझे अपने लोकसभा अकाउंट का लॉग-इन आईडी और पासवर्ड दिया. अपुष्ट जानकारियों के आधार पर मैं महुआ के संसद अकाउंट पर सवाल पोस्ट करता रहा. मैंने अदाणी ग्रुप को टारगेट करने के लिए सवाल भेजे."
राजनीति में तेजी से तरक्की चाहती थीं मोइत्रा
हीरानंदानी ने कहा, "महुआ मोइत्रा राजनीति में तेजी से तरक्की चाहती थीं. तेजी से तरक्की के लिए उन्होंने पीएम मोदी को निशाना बनाया. पीएम मोदी को निशाना बनाने के लिए अदाणी को टारगेट किया. मोदी-अदाणी को टारगेट करने के लिए महुआ मोइत्रा लगातार राहुल गांधी के संपर्क में थीं."
इन लोगों ने की मदद
दर्शन हीरानंदानी ने कबूल किया कि इस काम में कुछ और लोगों ने मदद की थी. सुचेता दलाल, शार्दुल श्रॉफ और पल्लवी श्रॉफ भी मदद कर रहे थे. शशि थरूर और पिनाकी मिश्रा ने भी मदद की. महुआ ने इस काम में विदेशी पत्रकारों का साथ लिया. कई भारतीय मीडिया हाउस से भी महुआ संपर्क में थीं."
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा पर हीरानंदानी समूह के CEO दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेकर संसद में ऐसे सवाल पूछने के मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया था कि TMC सांसद पर ये आरोप सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई की शिकायत के आधार पर लगाए गए हैं.
निशिकांत दुबे की चिट्ठी को स्पीकर ने एथिक्स कमेटी के पास भेजा था, जिन्होंने निशिकांत दुबे और जय अनंत देहाद्राई को सबूत पेश करने के लिए 26 अक्टूबर को बुलाया है.
(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)
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