श्रीनगर में सोमवार को होने वाली G20 वर्किंग ग्रुप की बैठक को लेकर सुरक्षा की चाकचौबंद व्यवस्था की गई है. सुरक्षा को फुलप्रूफ करने के उद्देश्य से मरीन कमांडो से लेकर नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड्स (NSG) तक की तैनाती की जा चुकी है. मरीन कमांडो जिसे मार्कोस के नाम से भी जाना जाता है, को श्रीनगर के डल लेक के आसपास की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है. वहीं, शेर-ए-कश्मीर कन्वेंशन सेंटर जहां G20 की इस बैठक का आयोजन होना है, के आसपास NSG कमांडो, स्थानीय पुलिस और पारामिलिट्री फोर्स के जवानों के साथ मिलकर सुरक्षा का जायजा ले रहे हैं. गुरुवार को NSG ने लाल चौक के आसपास जांच अभियान भी चलाया था.
आतंकियों ने दी है चेतावनी
सूत्रों के अनुसार आतंकवादी कश्मीर में G20 की इस बैठक को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं. ऐसे में इस बैठक को लेकर सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान ऐसे किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार हैं.
चाकचौबंद है सुरक्षा व्यवस्था
जम्मू-कश्मीर पुलिस के ADG विजय कुमार ने कहा कि हमने इस बैठक को लेकर तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की है. NSG और सेना की मदद से एंटी ड्रोन उपकरणों की तैनाती की है. खास तौर पर डल लेक की सुरक्षा को लेकर पुलिस के साथ-साथ मार्कोस की तैनाती की गई है. पुलिस, बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी की तैनाती भी की गई है ताकि कोई भी घटना हुए बगैर इस इवेंट का आयोजन कराया जा सके.
22 से 24 मई श्रीनगर में होगी बैठक
22-24 मई को श्रीनगर में जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की तीसरी बैठक में लगभग 100 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है. सूत्रों के अनुसार इस बैठक से चीन और तुर्की खुदको बाहर रख सकते हैं. 24 मई को जी20 प्रतिनिधियों की बैठक प्रसिद्ध स्वास्थ्य और स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में होने वाली थी. हालांकि, आयोजन स्थल को पहले ही रद्द कर दिया गया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रद्द करना कुछ "तार्किक मुद्दों" के कारण था, न कि किसी सुरक्षा चिंताओं के कारण.
एहतियाती उपायों के तहत, श्रीनगर के कुछ शीर्ष स्कूलों को 25 मई तक बंद कर दिया गया है और कश्मीरी पंडित कर्मचारियों और अन्य अल्पसंख्यक समूहों के कर्मचारियों को इस दौरान ड्यूटी पर ना आने के लिए भी कहा गया है.
कश्मीर में बड़े हमले की तैयारी में आतंकी
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार आतंकवादी G20 की बैठक के दौरान कश्मीर में किसी बड़े आतंकी हमले की तैयारी में है. पुंछ और राजौरी में हुए आतंकी हमले को देखते हुए सुरक्षा बल ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव कर रहे हैं. बता दें कि बीते दिनों हुए इन हमलों स्पेशल फोर्स के पांच कमांडो सहित दस सेना के जवान शहीद हुए थे.
इन हमलों के बाद आतंकियों की तलाश के लिए सेना के द्वारा सघन जांच अभियान चलाया गया था. बताया गया था कि सभी आतंकी इस हमले के बाद घने जंगल में चले गए थे.
संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया
बैठक से पहले, कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई और बड़ी संख्या में संदिग्धों और अलगाववादियों को हिरासत में लिया गया और गिरफ्तार किया गया.इस बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर में जी20 बैठक के बारे में झूठी अफवाह फैलाने वाले कुछ अंतरराष्ट्रीय मोबाइल फोन नंबरों के खिलाफ लोगों को आगाह करते हुए एक एडवाइजरी भी जारी की है.
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