Yogi Adityanath Security: देश के बड़े नेताओं और VIP की सुरक्षा को लेकर हमेशा चर्चा रहती है, खासकर जब बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हो. सीएम बनने के बाद पिछले 8 साल में उन्हें कई बार धमकियां मिल चुकी हैं, इसलिए उनकी सिक्योरिटी हमेशा हाई अलर्ट पर रहती है. लेकिन हाल ही में एक बड़ा बदलाव किया गया. उनकी सुरक्षा से NSG कमांडो हटा दिए गए. ऐसे में सवाल है कि अब योगी की सिक्योरिटी कैसी है. आइए जानते हैं जवाब.
VIP सिक्योरिटी में क्या बदलाव हुआ
करीब एक साल पहले 2024 में केंद्र सरकार ने फैसला किया कि NSG यानी ब्लैक कैट कमांडो अब VIP सिक्योरिटी का हिस्सा नहीं रहेंगे. उनकी जगह CRPF की स्पेशल सिक्योरिटी विंग को लगाया गया. यानी अब योगी आदित्यनाथ की करीब से सुरक्षा NSG नहीं बल्कि CRPF के कमांडो करते हैं. एनएसजी हटाए जाने का कारण बताया गया कि NSG एक स्पेशल ऑपरेशन फोर्स है. इसका काम आतंकवाद, हाई रिस्क रेस्क्यू, एयर ऑपरेशन और बड़े खतरे वाले मिशन होते हैं.
CRPF VIP सिक्योरिटी में ट्रेंड
CRPF के पास पहले 6 बटालियन थीं, जो सिर्फ VIP प्रोटेक्शन के लिए थीं. अब 7वीं बटालियन भी जोड़ दी गई है. इसलिए सरकार ने फैसला लिया कि NSG अपनी असली भूमिका निभाए और VIP सुरक्षा CRPF संभाले.
योगी आदित्यनाथ की सिक्योरिटी अब कैसी है
सीएम योगी को अब भी Z+ कैटेगरी सिक्योरिटी मिली है, जो देश की दूसरी सबसे मजबूत सुरक्षा स्तर है. अब CRPF के कमांडो, UP पुलिस और स्पेशल इंटेलिजेंस टीम उनके साथ रहती हैं. उनके मूवमेंट के पहले एडवांस सिक्योरिटी चेक (ASL) भी होता है, जो पहले NSG करती थी, अब सीआरपीएफ कर रही है.
योगी की सिक्योरिटी इतनी सख्त क्यों है
पिछले 8 साल में सीएम योगी को जान से मारने की 200 से ज्यादा धमकियां मिल चुकी हैं. वो ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्हें सबसे ज्यादा धमकियां मिलती रही हैं. इसलिए उनके हर रूट, हर मीटिंग, हर यात्रा पर फुल प्रोटोकॉल और ग्राउंड चेक किया जाता है. अगर कोई भी व्यक्ति एक मीटर के दायरे में संदिग्ध हरकत करे तो तुरंत एक्शन लिया जाता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं