महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोनावायरस (Coronavirus) के नए मामलों में तेजी देखने को मिल रही है. इस बीच, बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के चीफ इकबाल सिंह चहल ने बुधवार को कहा कि मुंबई में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी की वजह वायरस का एक वेरिएंट है, जिससे संक्रमण अधिक तेजी से फैलता है, लेकिन यह कम घातक है. चहल ने हाल के दिनों में कोरोना मामलों में आई तेजी के पीछे प्रशासन की लापरवाही या खराब प्रबंधन की बात से भी इनकार किया है.
बीएमसी चीफ ने एनडीटीवी को बताया, "हमने कभी कोरोना के खिलाफ जंग में कोताही नहीं बरती है और अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है. हालांकि, नया म्यूटेंट ज्यादा संक्रामक है, अगर परिवार के एक सदस्य को संक्रमण होता है तो अगले कुछ घंटों में यह पूरे परिवार को अपनी चपेट में ले लेता है. ऐसा पहले नहीं सुना गया था. यह सिर्फ नए म्यूटेंट के साथ है. इसलिए हम असहाय हैं."
बीएमसी और केंद्र सरकार के बयान आपस में विरोधाभासी है. केंद्र ने मंगलवार को इस बात से इनकार किया था कि भारत में डबल म्यूटेशन कोविड वायरस का स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक और ज्यादा तेजी से संक्रमण के लिए जिम्मेदार है. आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा, "वायरस का कोई भारतीय स्वरूप नहीं है. घबराने की कोई जरूरत नहीं है. म्यूटेशन कहीं-कहीं या अनिश्चित अंतराल में होता है.
यह पूछे जाने पर कि केंद्र की राय को देखते हुए नए स्ट्रेन के क्या सबूत हैं, इस पर चहल ने कहा कि यह महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्थापित टास्क फोर्स की ओर से कही गई बात पर आधारित है. उन्होंने कहा, "टास्क फोर्स में दर्जन भर डॉक्टर हैं, जो कि अपने क्षेत्र में श्रेष्ठ हैं. वे हमें सलाह देते रहते हैं. उन्होंने कहा कि यह वायरस का एक म्यूटेशन है जो अधिक संक्रामक लेकिन, कम घातक है."
चहल ने कहा कि उनके कुछ तकनीकी नाम हैं. अमरावती, नागपुर से निकले दो म्यूटेंट प्रमुख हैं." उन्होंने कहा कि मौजूदा टीकों से म्यूटेंट स्ट्रेन से निपटा जा सकता है. टीके यूके स्ट्रेन के मामलों में अच्छे होंगे, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन एक मुद्दा होगा, लेकिन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की नई वैक्सीन इससे निपटने में सक्षम होगी.
वीडियो: क्या कारण है कि कोरोना से सबसे प्रभावित राज्य है महाराष्ट्र
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