- तमिलनाडु के तिरुवल्लूर में बेटों ने तीन करोड़ रुपये के इंश्योरेंस के लिए अपने पिता की हत्या की साजिश रची थी
- पिता ई पी गणेशन को जानबूझकर विषैला सांप से काटवाकर मौत की घटना को आकस्मिक दिखाने की कोशिश की गई थी
- पुलिस जांच में पता चला कि बेटे पहले भी सांप से पिता को चोट पहुंचाने की कई बार कोशिश कर चुके थे
पैसे की लालच में रिश्ते को तार-तार करने की एक हैरान करने वाली घटना तमिलनाडु से सामने आई है. यहां युवकों ने अपने पिता को सिर्फ इसलिए मार डाला ताकि उनकी मौत के बाद आरोपियों को इंश्यूरेंस का पैसा मिल सके. आरोपियों ने इंश्यूरेंस के पैसे के लिए पिता को जिस तरह से मारा वो बेहद खौफनाक था. पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपियों ने पिता को मारने की प्लानिंग पहले भी कई बार बनाई गई थी, एक बार तो पिता को कोबरा सांप से भी कटवाया था लेकिन उस बार पिता किसी तरह से बच गए थे.
ये मामला तमिलनाडु के तिरुवल्लूर का बताया जा रहा है. पुलिस की जांच में पता चला है कि कुछ महीने पहले 56 वर्षीय ई पी गणेशन की मौत की खबर सामने आई थी. उस दौरान गणेशन के बेटों ने बताया था कि उनके पिता की मौत आकस्मिक हुई है. लेकिन बीमा कंपनी को गणेशन के बेटे के इस दावे और मौत की परिस्थितियों पर शक हुआ. इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. हालांकि, पुलिस ने गणेशन की मौत को आकस्मिक मानते हुए मामला दर्ज किया था. लेकिन जब जांच आगे बढ़ी तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए.
बेटों ने कई बार रची थी हत्या की साजिश
पुलिस की जांच में पता चला कि बेटों ने अपने पिता का तीन करोड़ रुपये का बीमा करवाया हुआ था. बीमा रकम को पाने के लिए ही आरोपी बेटे ने अपने पिता की मौत की साजिश रची थी. पुलिस की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ी वैसे ही ये साफ हो गया कि गणेशन की मौत आकस्मिक नहीं थी बल्कि एक योजना बनाकर की गई हत्या थी. वो पहले भी ऐसी कई कोशिशें कर चुके थे.
बार-बार सांप से कटवाया गया
तिरुवल्लूर के पुलिस अधीक्षक विवेकानंद शुक्ला ने बताया कि आरोपी बेटों ने अपने पिता का लगभग तीन करोड़ रुपये का बीमा कराया था. इसी बीमा की रकम को पाने की लालच में गणेशन के बेटों ने उसे मारने की योजना बनाई थी. गणेशन को पहले सांप से कटवाया गया था फिर जब उसकी मौत हो गई तो उसके बेटों ने ऐसा दिखाने की कोशिश की कि उसकी मौत आकस्मिक हुई है. मौत से लगभग एक सप्ताह पहले भी एक प्रयास किया गया था, जब एक कोबरा का इंतजाम करके पीड़ित के पैर में कटवाया गया था. हालांकि, यह योजना विफल रही क्योंकि सांप का काटना जानलेवा साबित नहीं हुआ.
पीड़ित के गर्दन पर जानबूझकर सांप से कटवाया गया था
जांच में पता चला है कि आरोपियों ने जिस दिन इस घटना को अंजाम दिया उस दिन सुबह-सुबह घर में एक विषैला करैत सांप को लाया गया था और जानबूझकर पीड़ित की गर्दन पर उससे कटवाया गया था. सांप के काटने के बाद सबूत मिटाने और घटना को आकस्मिक घटना साबित करने के लिए सांप को घर के अंदर ही मार दिया गया. आरोपियों ने पीड़ित को अस्पताल ले जाने में भी जानबूझकर देरी की थी. पुलिस ने इस मामले में गणेशन के दो बेटों और सांप का इंतजाम करने और घटना को अंजाम देने में मदद करने वाले चार सहयोगियों सहित छह लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.
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