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गुवाहाटी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल में लोकल-ग्लोबल का बेजोड़ मेल, अदाणी ग्रुप ने सिर्फ एक साल में किया तैयार

अदाणी ग्रुप ने गुवाहाटी के LGBIA टर्मिनल के संकल्प से सिद्धि तक की यात्रा को महज एक साल के अंदर पूरा करके एविएशन इन्फ्रास्ट्रक्चर में नया बेंचमार्क स्थापित किया है.

गुवाहाटी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल में लोकल-ग्लोबल का बेजोड़ मेल, अदाणी ग्रुप ने सिर्फ एक साल में किया तैयार
  • PM मोदी ने गुवाहाटी के लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का उद्घाटन किया
  • इस टर्मिनल को अदाणी ग्रुप द्वारा महज एक साल के रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है. इसमें कई खूबियां हैं
  • वर्ल्डक्लास सुविधाओं से लैस इस टर्मिनल में असम की सांस्कृतिक पहचान और प्राकृतिक संपदा का अद्भुत मिश्रण है
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पूर्वोत्तर भारत के द्वार कहे जाने वाले असम के गुवाहाटी को उस समय नए पंख लगे, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (LGBIA) के नए टर्मिनल का शनिवार को उद्घाटन किया. यह टर्मिनल प्रोजेक्ट न सिर्फ अपनी भव्यता और प्रकृति की अनोखी थीम के लिए बल्कि रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार होने को लेकर भी चर्चा में है. अदाणी ग्रुप ने इस टर्मिनल के संकल्प से सिद्धि तक की यात्रा को महज एक साल के अंदर पूरा करके नया बेंचमार्क स्थापित किया है.

पीएम मोदी ने गुवाहाटी एयरपोर्ट टर्मिनल के डिजाइन का फरवरी में अनावरण और शनिवार को उद्घाटन किया.

पीएम मोदी ने गुवाहाटी एयरपोर्ट टर्मिनल के डिजाइन का फरवरी में अनावरण और शनिवार को उद्घाटन किया. Photo Credit: PTI

फरवरी में अनावरण, दिसंबर में उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी ने गुवाहाटी एयरपोर्ट के इस टर्मिनल के डिजाइन का अनावरण इसी साल फरवरी में एडवांटेज असम 2.0 के दौरान किया था. शनिवार को इसके उद्घाटन के साथ ही यह साफ हो गया कि भारत अब एविएशन इन्फ्रास्ट्रक्चर को संकल्पना से लेकर संचालन तक के लिए बेहद तेजी से तैयार करने में सक्षम है. इस टर्मिनल से फरवरी के अंत तक उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है. 

LGBIA टर्मिनल में असम की सांस्कृतिक पहचान और प्राकृतिक संपदा का अद्भुत मिश्रण झलकता है.

LGBIA टर्मिनल में असम की सांस्कृतिक पहचान और प्राकृतिक संपदा का अद्भुत मिश्रण झलकता है.

जर्मनी के एक्सपर्ट्स की मदद से तैयार

इस प्रोजेक्ट को गुवाहाटी इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने तैयार किया है, जबकि संचालन अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) द्वारा किया जा रहा है. म्यूनिख जर्मनी के एक्सपर्ट्स की टीम की मदद से ऑपरेशनल रेडीनेस एंड एयरपोर्ट ट्रांसफर (ORAT) प्रोग्राम के जरिए सुनिश्चित किया गया कि पहले दिन से ही यात्रियों को विश्वस्तरीय और निर्बाध अनुभव मिले. 

देखें- PM मोदी ने किया गुवाहाटी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन, जानें अंदर है कितना भव्य

पीएम मोदी ने लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का दौरा करके इसकी खूबसूरती देखी.

पीएम मोदी ने लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का दौरा करके इसकी खूबसूरती देखी.

The Bamboo Orchids: परंपरा और आधुनिकता का संगम

  • लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (LGBIA) टर्मिनल का डिजाइन बेहद अनोखा है. इसमें असम की सांस्कृतिक पहचान और प्राकृतिक संपदा का अद्भुत मिश्रण है. इसे "द बैंबू ऑर्किड्स" नाम दिया गया है.
  • इस टर्मिनल का वास्तुशिल्प असम के प्रसिद्ध 'कोपौ फूल' (फॉक्सटेल ऑर्किड) के अलावा असम के भोलुका बांस और अरुणाचल प्रदेश के अपतानी बांस से प्रेरित है.
  • टर्मिनल को तैयार करने में करीब 140 मीट्रिक टन लोकल बांस का इस्तेमाल किया गया है, जो मॉडर्न इंजीनियरिंग और पारंपरिक प्राकृतिक शिल्प कौशल का बेहतरीन उदाहरण है.
  • यह टर्मिनल अदाणी ग्रुप के इंटीग्रेटेड इन्फ्रास्ट्रक्चर डिलीवरी मॉडल का बेहतरीन उदाहरण है, जहां उत्कृष्ट डिजाइन, इंजीनियरिंग क्षमता, ORAT बेस्ड तैयारी और समयबद्ध निष्पादन को एक साथ जोड़ा गया है. 

यह पूर्वोत्तर के विकास के उत्सव का हिस्साः पीएम मोदी 

प्रधानमंत्री मोदी ने इसे असम और पूरे उत्तर-पूर्व में चल रहे “विकास के उत्सव” का हिस्सा बताया और कहा कि असम अब Act East Policy के तहत भारत का पूर्वी द्वार बन रहा है. बांस से बना यह टर्मिनल शक्ति, स्थायित्व और विकसित भारत की दिशा में असम की बढ़ती भूमिका का प्रतीक है. 

टर्मिनल को तैयार करने में करीब 140 मीट्रिक टन लोकल बांस का इस्तेमाल किया गया है.

टर्मिनल को तैयार करने में करीब 140 मीट्रिक टन लोकल बांस का इस्तेमाल किया गया है.

लोकल पहचान के साथ ग्लोबल इन्फ्रास्ट्रक्चरः गौतम अदाणी

इस अवसर पर अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, “गुवाहाटी टर्मिनल प्रोजेक्ट दिखाता है कि किस तरह वर्ल्डक्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर को लोकल पहचान के साथ जोड़कर तेजी से तैयार किया जा सकता है. यह टर्मिनल नॉर्थ-ईस्ट में कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा, आर्थिक विकास को नई गति देगा और यात्रियों को सहज व अत्याधुनिक अनुभव प्रदान करेगा.”

टर्मिनल का वास्तुशिल्प असम के प्रसिद्ध कोपौ फूल के अलावा असम के भोलुका बांस और अरुणाचल के अपतानी बांस से प्रेरित है.

टर्मिनल का वास्तुशिल्प असम के प्रसिद्ध कोपौ फूल के अलावा असम के भोलुका बांस और अरुणाचल के अपतानी बांस से प्रेरित है.

भविष्य की तैयारी: 5 हजार करोड़ का निवेश

  • क्षमता: यह टर्मिनल साल 2032 तक सालाना 1.31 करोड़ यात्रियों को संभालने के लिए डिजाइन किया गया है. 
  • सुविधाएं: डिजीयात्रा, स्मार्ट चेक-इन और विशाल पैसेंजर एरिया से लैस यह टर्मिनल तकनीक के मामले में डिजिटल-फर्स्ट है.
  • MRO और कार्गो: एयरपोर्ट को डेवलप करने के लिए 5 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा गया है. इसमें एक हजार करोड़ रुपये मेंटिनेंस और मरम्मत (MRO) सुविधाओं के लिए रखे गए हैं, जिससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे.
इस टर्मिनल को तैयार करने में म्यूनिख जर्मनी के एक्सपर्ट्स की भी मदद ली गई है.

इस टर्मिनल को तैयार करने में म्यूनिख जर्मनी के एक्सपर्ट्स की भी मदद ली गई है.

गुवाहाटी एयरपोर्ट अब भारत का 10वां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा बन चुका है, जो पूर्वोत्तर के सभी 8 राज्यों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य कर रहा है. गुवाहाटी एयरपोर्ट का यह प्रोजेक्ट अदाणी ग्रुप की बड़ी राष्ट्रीय एविएशन योजना का हिस्सा है. इसी क्रम में 25 दिसंबर को देश के सबसे बड़े ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट में से एक, नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) का भी ऑपरेशन शुरू होने जा रहा है.

ये भी देखें- गुवाहाटी एयरपोर्ट पर 'बांस के उद्यान' थीम पर बना देश का पहला प्रकृति-विषय से जुड़ा हवाई अड्डा टर्मिनल, देखें तस्वीरें

(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)

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