"कानों में अब भी सायरन बज रहा है..": इजरायल से लौटे भारतीयों ने NDTV को बताई युद्ध की भयावह कहानी

Israel Hamas War: इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध में 18 हजार के करीब भारतीय इजरायल में फंसे हैं, जिन्हें जल्द से जल्द भारत वापस लाने के लिए प्रयास किया जा रहा है.

नई दिल्ली:

Israel Hamas War: इजरायल में फंसे अपने नागरिकों की वतन वापसी के लिए भारत ऑपरेशन अजय (Operation Ajay) चला रहा है. इसके तहत आज पहली फ्लाइट इज़रायल के तेल अवीव एयरपोर्ट से चलकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची, जिसमें 212 भारतीय स्‍वदेश लौटे हैं. छह घंटे की लंबी उड़ान के बाद नई दिल्ली पहुंचने पर लोगों ने राहत की सांस ली.

इजरायल से चार्टर्ड विमान में वापस आए भारतीय छात्रों ने कहा कि हम बता नहीं सकते हैं कि पिछले कुछ दिनों में क्या कर रहे हैं और हमें घर आकर कितनी राहत मिल रही है.

फ्लाइट की व्यवस्था के लिए भारत सरकार का जताया आभार

इजरायल यूनिवर्सिटी में पीएचडी कर रही कोलकाता की द्युति बनर्जी ने NDTV से बातचीत में कहा कि वह घर वापस आकर राहत महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा, "पिछला तीन दिन काफी डरावना था. हम जल्द से जल्द फ्लाइट की व्यवस्था करने के लिए भारत सरकार के आभारी हैं. 24 घंटे के भीतर सब कुछ व्यवस्थित कर दिया गया." द्युति बनर्जी ने कहा कि इजरायल के सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति भयावह है .

बच्चों का कत्लेआम किया गया...भारत लौटे लोगों की आपबीती

उन्होंने कहा, "बच्चों का कत्लेआम किया गया है. ऐसा कभी नहीं हुआ. मेरे इजरायली सहयोगियों ने मुझे घर आने के लिए कहा."उन्होंने यह भी कहा कि उनके कई दोस्त इजरायल की रिजर्व सेना के हिस्से के रूप में युद्ध में शामिल हुए हैं. "मुझे उम्मीद है कि मेरे दोस्त सुरक्षित होंगे"

सायरन की आवाज अभी भी मेरे कानों में बज रही है: छात्रा

एक अन्य छात्रा प्रियंका ने कहा कि उसके कुछ दोस्त कुछ समय के लिए इजरायल में थे और सिक्योरिटी प्रोटोकॉल जानते थे. उन्होंने हमारी मदद की. उन्होंने हमें बताया कि घबराने की जरूरत नहीं  है."  उन्होंने कहा कि इजराइल के लोग बहुत साहसी और हमदर्द हैं. वह सच में आपकी परवाह करते हैं. वहीं, फ्लाइट से लौटीं छात्रा प्रतिभा ने कहा, "युद्ध क्षेत्र में होने के अनुभव को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. सायरन की आवाज अभी भी मेरे कानों में बज रही है."

18 हजार के करीब भारतीय इजरायल में फंसे

एक अनुमान के अनुसार, इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध में 18 हजार के करीब भारतीय इजरायल में फंसे हैं, जिन्हें जल्द से जल्द भारत वापस लाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. सरकार इजरायल में फंसे अन्य भारतीय को वापस लाने के लिए और अधिक उड़ानें चलाएगी. बता दें कि इजरायल-हमास युद्ध के बाद इजरायल में फंसे 6,000 से अधिक भरतीयों ने घर वापसी के लिए भारतीय दूतावास में रजिस्ट्रेशन कराया है.

भारत सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी: राजीव चन्द्रशेखर

केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने युद्ध ग्रसित क्षेत्र से वापस आए भारतीयों का नई दिल्ली एयरपोर्ट पर  स्वागत किया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी." हमारी सरकार, हमारे प्रधान मंत्री, उनकी रक्षा करने और उन्हें सुरक्षित घर वापस लाने के लिए दृढ़ हैं. उन्होंने कहा, हम इसे संभव बनाने के लिए हमारे बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ रूप से घर वापस लाने और उनके प्रियजनों के पास वापस लाने के लिए विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, मंत्रालय की टीम और एयर इंडिया की इस उड़ान के चालक दल के आभारी हैं."

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