गैर-बासमती चावल पर 20 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाया था. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली: घरेलू बाजार में चावल की कीमतों में वृद्धि का रुख दिख रहा है और खरीफ सत्र के दौरान कम उत्पादन के पूर्वानुमान और गैर-बासमती चावल के निर्यात में 11 प्रतिशत की वृद्धि को देखते हुए कीमतों में बढ़ोतरी का रुख आगे भी जारी रह सकता है. खाद्य मंत्रालय ने गुरुवार को एक तथ्य पत्रक जारी कर यह जानकारी दी. इसमें मंत्रालय ने भारत की चावल निर्यात नीति में हाल में किए गए संशोधनों के पीछे के विस्तृत कारणों को बताया.