राजस्थान में पार्टी और सरकार से नाराज बताए जा रहे कांग्रेस के कुछ विधायक रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ उदयपुर में पार्टी के ‘कैंप' में पहुंचे. मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार जीतेंगे. वहीं, विधानसभा में राज्य सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने राज्यसभा चुनाव में विधायकों की ‘खरीद-फरोख्त' की आशंका जताते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में शिकायत की है. उन्होंने ब्यूरो से ऐसी किसी भी स्थिति को नाकाम करने का आग्रह किया है.
मुख्यमंत्री गहलोत के साथ विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा, गिर्राज सिंह मलिंगा तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से कांग्रेस में आए राजेंद्र गुढ़ा, संदीप यादव, वाजिब अली व लाखन मीणा विशेष विमान से उदयपुर पहुंचे. एक अन्य विमान से मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सुभाष गर्ग तथा विधायक दानिश अबरार भी उदयपुर पहुंचे.
गहलोत ने उदयपुर के डबोक हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नाराजगी जताने वाले विधायकों ने 2020 के राजनीतिक संकट के दौरान कांग्रेस का समर्थन किया था, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यह उम्मीद भी कैसे कर सकती है कि वे उसका समर्थन करेंगे.
गहलोत ने कहा, ‘‘जब पूर्व में राजनीतिक संकट हुआ था, बसपा के टिकट पर जीतने वाले विधायक बिना किसी शर्त के राज्य में स्थिर सरकार के लिए कांग्रेस में शामिल हो गए थे. उन्होंने हमारा समर्थन किया था. भाजपा कैसे उम्मीद कर सकती है कि अब वे राज्यसभा चुनाव में उनका समर्थन करेंगे.''
गहलोत ने कहा, ‘‘(विधायकों की) छोटी-मोटी नाराजगी थी. आज सब मेरे साथ यहां आए हैं, आप देख सकते हैं कि किसी को भी शिकायत नहीं है. सभी के समर्थन से तीनों सीट कांग्रेस जीतेगी.''
उन्होंने कहा, ‘‘जब-जब मौका आया है, हमने भाजपा के खरीद-फरोख्त के षड्यंत्रों को नाकाम किया है. इस बार भी आप 10 तारीख की शाम देखेंगे कि उनके सभी षड्यंत्र नाकाम होंगे.''
कांग्रेस और उसके समर्थक कई निर्दलीय विधायक उदयपुर में ठहरे हुए हैं. कांग्रेस ने 10 जून को चार सीट पर होने वाले राज्यसभा चुनाव को देखते हुए अपने विधायकों को उदयपुर स्थानांतरित किया है. इस बीच, मुख्य सचेतक जोशी रविवार को यहां एसीबी के महानिदेशक भगवान लाल सोनी से मिले और अपनी शिकायत उन्हें दी. जोशी ने राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका जताते हुए ब्यूरो से इस तरह की किसी भी प्रयास को नाकाम करने का आग्रह किया.
इस बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा, ‘‘शिकायत इसलिए दी गई क्योंकि खरीद-फरोख्त की आशंका है. कोई उद्योगपति आता है तो खरीद-फरोख्त की आशंका बढ़त जाती है. जब भाजपा के पास संख्या नहीं है तो वे वोट कहां से लाएंगे?''
विधायकों के मोबाइल फोन ले लिए जाने के भाजपा के आरोपों पर गहलोत ने कहा, ‘‘मोबाइल फोन वे लेते हैं, हम कभी मोबाइल नहीं लेते हैं. हमें भरोसा है कि हम जीतेंगे.''
कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी को उतारा है जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा ने मीडिया कारोबारी और निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को समर्थन दिया है.
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