विज्ञापन

पति के जुल्म, पत्नी की दर्दभरी बेवफाई, प्रेमी की रंगीनमिजाजी... अलवर के ड्रम हत्याकांड का खौफनाक सच

मेरठ के सौरभ हत्याकांड की तर्ज पर पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पहले पति का कत्ल किया, फिर लाश को नीले ड्रम में छिपा दिया. अब इस सनसनीखेज वारदात के तीनों किरदारों- पति, पत्नी और प्रेमी की चौंकाने वाली कहानियां सामने आ रही हैं.

पति के जुल्म, पत्नी की दर्दभरी बेवफाई, प्रेमी की रंगीनमिजाजी... अलवर के ड्रम हत्याकांड का खौफनाक सच
  • लक्ष्मी को रील्स बनाने का शौक था, लेकिन उसकी जिंदगी दर्द और बेवफाई से भरी हुई थी.
  • लक्ष्मी के बेटे के मुताबिक, पिता अक्सर उसकी मां से मारपीट करता था, बीड़ियों से जलाता था.
  • मकान मालिक के बेटे जितेंद्र के पत्नी की मौत के बाद कई महिलाओं से अवैध संबंध रहे थे.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

एक नीला ड्रम, एक बेरहम कत्ल... और उसके पीछे रील्स की चकाचौंध में छिपी घरेलू हिंसा की स्याह सच्चाई. तीन बच्चों की मां और उसके प्रेमी ने मिलकर पहले हंसराज का कत्ल किया, फिर लाश को घर की छत पर नीले ड्रम में नमक के साथ छिपाकर फरार हो गए. दोनों अब पुलिस की गिरफ्त में हैं. राजस्थान के खैरथल तिजारा में हुई इस वारदात में पत्नी और प्रेमी की क्राइम कुंडली से ऐसे राज सामने आए हैं कि सुनकर दांतों तले उंगली दबा लेंगे. 

लक्ष्मी, जितेंद्र, हंसराज की चौंकाने वाली कहानी

हंसराज उर्फ सूरज यूपी के शाहजहांपुर जिले का रहने वाला था. ईंट-भट्टे पर काम करता था. डेढ़ महीने पहले किशनगढ़ बास में आदर्श कॉलोनी के एक मकान में पत्नी लक्ष्मी उर्फ सुनीता और तीन बच्चों के साथ किराए पर रहने आया था. पुलिस के मुताबिक, लक्ष्मी का मकान मालिक के बेटे जितेंद्र के साथ अफेयर था. इस कहानी के तीन किरदार- लक्ष्मी, जितेन्द्र और हंसराज तीनों की कहानी चौंकाने वाली है और दर्दनाक भी है. 

लक्ष्मी की रील्स, दर्द बेवफाई की दास्तां

लक्ष्मी सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा  एक्टिव रहा करती थी. उसे रील्स बनाने का बहुत शौक था. वह सज-धजकर गानों पर रील्स बनाया करती थी. एक रील में उसका पति हंसराज भी दिखाई दे रहा है. लेकिन इन रील्स के पीछे घरेलू हिंसा, मारपीट, दर्द और बेवफाई की कहानी छिपी है. बताया जाता है कि लक्ष्मी का पति उसे मारता-पीटता था. लक्ष्मी ने इसके बारे में जितेंद्र की मां मिथिलेश को भी बताया था.

मिथिलेश के मुताबिक, लक्ष्मी मकान के ऊपरी हिस्से में रहती थी. वह कभी-कभी नीचे आती थी. हंसराज के लिए कहती थी कि हमारा आदमी निकम्मा है, बहुत दारू पीता है, हमारा सबकुछ खत्म कर दिया है. मिथिलेश ने बताया कि जितेंद्र ने हंसराज और लक्ष्मी को अपना दोस्त बताकर मकान दिलवाया था और कहा था कि कुछ दिन में चले जाएंगे. 

जितेंद्र की पत्नी की करंट लगने से हुई थी मौत

लक्ष्मी के प्रेमी जितेंद्र की कहानी में भी कई मोड़ हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जितेंद्र की पत्नी की मौत के बाद उसके कई महिलाओं से अवैध संबंध रहे हैं. 2011 में जितेंद्र की शादी हुई थी. उसके एक बेटा भी है, जो 8वीं क्लास में पढ़ता है. 2013 में जितेंद्र की पत्नी की मौत रहस्यमय परिस्थितियों में हो गई थी. एक पड़ोसी ने एनडीटीवी को बताया कि कूलर में पानी भरने के दौरान करंट लगने से जितेंद्र की पत्नी की मौत हो गई थी. 

ये मौत थी या हत्या, इसे लेकर भी चर्चाएं होती हैं. ये चर्चा उस समय गहरा गईं, जब जितेंद्र पत्नी की मौत के तुरंत बाद एक महिला को अपने घर ले आया और साथ रखना शुरू कर दिया. बताते हैं कि वह एक पुलिसकर्मी की पत्नी थी. वह तीन साल तक जितेंद्र के साथ रही. एक दिन जितेंद्र से झगड़ा होने के बाद छोड़कर चली गई. 

जितेंद्र के कई महिलाओं से अवैध संबंध

जितेंद्र की रंगीनमिजाजी की कहानी यहीं खत्म नहीं होती. उस महिला के चले जाने के बाद वह थानागाजी की एक महिला के संपर्क में आया और उसे भी घर ले आया. वह महिला करीब 5 महीने तक उसके साथ रही. फिर चली गई. उसके बाद लक्ष्मी अपने परिवार के साथ जितेंद्र के मकान में किराए पर रहने आई. 

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लक्ष्मी और हंसराज की ईंटभट्टा पर काम करने के दौरान जितेंद्र से मुलाकात हुई थी. जितेंद्र वहां मुनीमगीरी का काम करता था. पिछले करीब चार महीने से जितेंद्र और लक्ष्मी का अफेयर चल रहा था. लक्ष्मी के बेटे ने भी बताया है कि जितेंद्र अक्सर घर पर आता-जाता था. एक बार हंसराज जब लक्ष्मी को पीट रहा था, तब जितेंद्र ने आकर बचाया था. 

लक्ष्मी से अक्सर मारपीट करता था हंसराज

बेटे ने पुलिस को बताया है कि उसका पिता हंसराज उसकी मां लक्ष्मी को आए दिन मारता था. बीड़ियों से भी दागता था.  मानसून के मौसम में ईंट भट्टा बंद हो जाता है, इसलिए हंसराज परिवार को वापस गांव ले जा रहा था, लेकिन जितेन्द्र ने अपने घर पर कमरा दिलवाकर रोक लिया. जितेंद्र की मां मिथिलेश के मुताबिक, जन्माष्टमी के दिन वह बाजार गई थी. जब घर लौटी तो हंसराज का परिवार और जितेंद्र दोनों ही गायब थे. रविवार को घर में बदबू आने लगी तो उसने पुलिस को फोन करके बुलाया. पुलिस छत पर बने कमरे में पहुंची तो ड्रम के अंदर से हंसराज का शव बरामद हुआ. 

पति की हत्या कर नीले ड्रम में छिपाया

पुलिस की शुरुआती जांच से पता चला कि हंसराज की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई थी. फिर लाश को नीले ड्रम में रख दिया गया. उसे गलाने के लिए नमक डाला गया गया था. किसी को पता न चले, इसके लिए ड्रम के ऊपर पत्थर रख दिया गया था. इस हत्याकांड के बाद से लक्ष्मी, जितेंद्र और तीनों बच्चे गायब थे. पुलिस ने मशक्कत करके सभी को बरामद कर लिया है. लक्ष्मी और जितेंद्र पुलिस की गिरफ्त में हैं. देखना है कि इस सनसनीखेज हत्याकांड में और क्या राज सामने आते हैं.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com