कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ओडिशा के लोगों से अपने मुद्दों के साथ आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि वह उन्हें हल करने का प्रयास करेंगे. गांधी के नेतृत्व में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' मंगलवार को झारखंड से ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के बीरमित्रपुर पहुंची. ओडिशा कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया. गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह यात्रा के दौरान सात से आठ घंटे तक लोगों की बात सुन रहे हैं और हर दिन 15 मिनट तक उन्हें संबोधित कर रहे हैं.
राहुल ने कहा कि लोगों को न्याय दिलाने के लिए उन्होंने यह यात्रा शुरू की है. गांधी ने कहा कि देश को एकजुट करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा के पहले संस्करण 2022-23 के तहत कन्याकुमारी से कश्मीर के बीच लगभग 4,000 किलोमीटर की दूरी तय की गई थी और यह यात्रा “नफरत व अन्याय” के खिलाफ है. उन्होंने कहा, यह सफल रही क्योंकि लाखों लोगों ने यात्रा में भाग लिया.
गांधी ने कहा, “हालांकि, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों के लोगों ने मुझसे कहा कि उनके राज्य से यात्रा नहीं गुजरी.” उन्होंने दावा किया कि भाजपा और आरएसएस इन राज्यों में भी नफरत फैला रही है और अन्याय कर रही है. गांधी ने कहा कि मणिपुर से मुंबई तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा इन राज्यों की जनता के अनुरोध के बाद आयोजित की गई है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि न्याय यात्रा में बेरोजगारों, आदिवासियों, महिलाओं, दलितों और युवाओं के लिए न्याय मांगा जा रहा है. गांधी ने कहा, “ओडिशा आते हुए मेरी मुलाकात झारखंड में एक व्यक्ति से हुई, जो जमीन के मुद्दे का सामना कर रहा था. मेरे हस्तक्षेप के बाद इसका समाधान हो गया है.''उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान कॉरपोरेट संस्थाओं द्वारा किसानों की जमीन हड़पने जैसी कुछ शिकायतें भी सामने आईं. गांधी ने कहा, “नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं.”राहुल गांधी के आगमन के आने पर ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष शरत पटनायक और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं