'कौन-सी सत्ताधारी ताकतें...' : राहुल गांधी ने गुजरात में शराब से हुई मौतों को लेकर पूछा ये सवाल

बता दें कि बोटाद के अलग-अलग गांवों के कुछ छोटे शराब विक्रताओं ने ‘मिथाइल अल्कोहल’ (मेथेनॉल) में पानी मिलाकर नकली शराब बनाई थी, जो बेहद जहरीली होती है. उन्होने 20 रुपये ‘पाउच’ के हिसाब से उसे गांववालों को बेचा.

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने आज गुजरात में शराब से हुई मौतों को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया है कि  ‘ड्राई स्टेट' गुजरात में ज़हरीली शराब पीने से कई घर उजड़ गए. वहां लगातार अरबों की ड्रग्स भी बरामद हो रही है. ये बेहद चिंता की बात है, बापू और सरदार पटेल की धरती पर, ये कौन लोग हैं, जो धड़ल्ले से नशे का कारोबार कर रहे हैं? इन माफिया को कौन सी सत्ताधारी ताक़तें संरक्षण दे रही हैं? बता दें कि गुजरात में शराब पूरी तरह बैन है इसके बावजूद यहां जहरीली शराब के कारण 42 लोगों की मौत हो गई और 100 से भी ज्यादा लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं. सरकार का कहना है कि पुलिस 10 दिन में मामले में आरोपपत्र दाखिल करेगी.

बोटाद, भावनगर और अहमदाबाद ग्रामीण में मिलाकर अब तक 45 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है और अब तीनों जिलों के अस्पतालों में 100 से ज्यादा लोग गंभीर हालत में भर्ती हैं. प्रशासन का कहना है कि इस मामले में ज़हरीली शराब बेंचने और बनाने वाले 15 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.

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बोटाद के अलग-अलग गांवों के कुछ छोटे शराब विक्रताओं ने ‘मिथाइल अल्कोहल' (मेथेनॉल) में पानी मिलाकर नकली शराब बनाई थी, जो बेहद जहरीली होती है. उन्होने 20 रुपये ‘पाउच' के हिसाब से उसे गांववालों को बेचा. गुजरात सरकार ने इस बड़े हादसे के बाद अहमदाबाद ग्रामीण और बोटाद के एसपी को हटा दिया है और साथ ही दस पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है. ये वो पॉलीथीन है, जिनमें भरकर इन गांवों में देसी शराब बेंची जाती है. न कोई स्टांप है और न कुछ लिखा है और देखिए खुले में कूड़े घर के नज़दीक ये पाउच मिल जाएंगे. कोई अंधा ही होगा, जो न माने कि गुजरात पुलिस पूरे गुजरात में बिक रही शराब के अवैध कारोबार से अंजान थी.