विज्ञापन

गोवा हादसा: पत्नी को बाहर धकेला, 3 बहनों को बचाने गए तो लपटों में समा गए... दिल्ली के परिवार की दर्दनाक कहानी

गोवा के 'बर्च बाय रोमियो लेन' नाइटक्‍लब में लगी आग ने सरकारी अधिकारियों की लापरवाही और अवैध गतिवधियों को भी उजागर कर दिया है. इस आग ने एक परिवार की मस्तीभरी ट्रिप को मातम में बदल दिया. दिल्ली से आई इस फैमिली के चार सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई.

गोवा हादसा: पत्नी को बाहर धकेला, 3 बहनों को बचाने गए तो लपटों में समा गए... दिल्ली के परिवार की दर्दनाक कहानी
  • गोवा के नाइटक्लब में लगी आग में दिल्ली के एक परिवार के चार सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई.
  • परिवार गोवा ट्रिप पर था और वे बागा स्थित होटल में ठहरे हुए थे, क्लब में आग अचानक फैल गई.
  • भावना की जान पति विनोद कुमार ने मुख्य दरवाजे से बाहर निकालकर बचाई, वे हादसे की एकमात्र जीवित बची सदस्य हैं.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

गोवा घूमने पहुंचे दिल्ली के एक परिवार की मस्तीभरी ट्रिप शनिवार रात पंजिम के अर्पोरा स्थित Birch by Romeo Lane नाइटक्लब में लगी आग के बाद मातम में बदल गई. दिल्ली से आई इस फैमिली के चार सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे की एकमात्र जीवित बची सदस्य भावना जोशी हैं, जिनके सामने ही उनका पूरा परिवार आग की लपटों में समा गया.

गोवा ट्रिप पर गया था परिवार

परिवार 4 दिसंबर को गोवा पहुंचा था और बागा स्थित एक होटल में ठहरा था. शनिवार रात वे 15 मिनट पहले ही क्लब में दाखिल हुए थे कि अचानक आग फैलनी शुरू हो गई. पुलिस के अनुसार, बाहर निकलने की कोशिश में मची अफरातफरी में भावना के पति विनोद कुमार ने उन्हें मुख्य दरवाजे से धक्का देकर बाहर निकाला और उनकी जान बचाई.

यह भी पढ़ें- आग की लपटें और धुआं ही धुआं... गोवा नाइट क्लब का नया वीडियो दिल दहला देगा

भावना को बाहर धक्का देकर विनोद ने बचाई जान

लेकिन विनोद जब क्लब के भीतर फंसी भावना की तीन बहनों- अनीता, सरोज और कमला को बचाने दोबारा अंदर गए, तो वे भी तेजी से फैलती आग की चपेट में आ गए और चारों की मौके पर ही मौत हो गई.

क्लब के बाहर खड़ी भावना बार-बार अपने पति को फोन करती रहीं. फोन की घंटी बज रही थी लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. घबराई हुई भावना ने अपने होटल की रिसेप्शन पर भी मदद के लिए फोन किया.

यह भी पढ़ें- गोवा के नाइटक्लब में कैसे लगी आग, कौन-कौन गिरफ्तार और किस पर गिरी गाज, जानें सब कुछ

इंतजार करती रहीं भावना

इंतजार करते-करते जब क्लब से अंतिम शव भी बाहर लाया गया, तो भावना की उम्मीदें पूरी तरह टूट गईं. होटल स्टाफ ने उन्हें संभाला, जबकि वे बेसुध हालत में क्लब के बाहर बैठी रहीं.

घटना की खबर मिलते ही जोशी परिवार दिल्ली से गोवा पहुंचा. एक रिश्तेदार ने कहा, 'बच्चे घर पर इंतजार कर रहे हैं. हमने अभी तक उन्हें नहीं बताया कि चारों की मौत हो चुकी है. सिर्फ दो बहनों की मौत की सूचना दी है, बाकी दो को 'लापता' बताया है. हमें सिर्फ उनके शव लेकर वापस जाना है.' एक और परिजन ने बेहद टूटे स्वर में कहा, मेरी भाभी की हालत देखिए… पूरा शरीर जल चुका है, त्वचा तक नहीं बची.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com