प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश के लेपाक्षी में वीरभद्र मंदिर का दौरा किया. यह स्थान हिंदू महाकाव्य रामायण के अनुसार महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि लेपाक्षी वह स्थान है जहां जब रावण सीता का अपहरण कर ले जा रहा था तो विशाल गरुड़ जटायु ने रावण का पीछा किया था. कहा जाता है कि मरते समय जटायु ने, देवी सीता की कैद के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी थी, उन्हें लेपाक्षी में भगवान राम द्वारा 'मोक्ष' प्रदान की गयी थी.
आंध्रप्रदेश और केरल की यात्रा पर हैं पीएम मोदी
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री की दक्षिण की आध्यात्मिक यात्रा अयोध्या में भव्य राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह से कुछ दिन पहले हो रही है. प्रधानमंत्री कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में न्यू ड्राई डॉक और अंतर्राष्ट्रीय जहाज मरम्मत सुविधा सहित कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने के लिए आज से आंध्र प्रदेश और केरल की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि बुधवार को पीएम मोदी केरल के गुरुवयूर और त्रिप्रयार श्री रामास्वामी मंदिरों में भी पूजा-अर्चना करेंगे.
11 दिवसीय अनुष्ठान कर रहे हैं पीएम मोदी
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या के राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' (प्रतिष्ठापन) समारोह से पहले 11 दिवसीय अनुष्ठान किया है. अनुष्ठान कुछ परंपराओं का पालन करता है, जिससे समारोह से पहले शुद्धिकरण सुनिश्चित किया जाता है. इसके एक हिस्से के रूप में, प्रधान मंत्री मोदी 11 दिनों के लिए सात्विक डाइट पर रहेंगे. उन्होंने माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स ) पर साझा किए गए एक ऑडियो मैसेज के द्वारा ये घोषणा की थी.
अयोध्या में 7 दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम की हुई शुरुआत
बताते चलें कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. सात दिनों तक चलने वाला रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह आज से शुरू हो गया. 22 जनवरी को मंदिर का उद्घाटन होगा. पीएम मोदी ने 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन किया था, अब रामलला स्थायी रूप से मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. भव्य राम मंदिर समारोह के लिए मंदिर ट्रस्ट ने 7,000 से अधिक प्रतिष्ठित लोगों को न्योता भेजा है.
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